भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सेंचुरियन में खेला जा रहा टेस्ट सीरीज का पहला मैच रोमांचक मोड़ पर है. टीम इंडिया को मैच के पांचवें दिन (गुरुवार) जीत के लिए जहां 6 विकेट की जरूरत होगी तो वहीं दक्षिण अफ्रीका को 211 रन बनाने होंगे. आज अगर बारिश खेल ना बिगाड़े तो विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया सीरीज की शुरुआत जीत के साथ कर सकती है. गेंदबाजों के लिए मददगार सेंचुरियन की पिच पर 305 रनों का लक्ष्य चेज करना आसान नहीं है. टीम इंडिया ने पहली पारी में 327 रन बनाए थे और दूसरी पारी में वह महज 174 रनों पर सिमट गई. 200 रनों के अंदर सिमटने के बावजूद टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका को 305 रनों का लक्ष्य दे पाई है तो इसके लिए पहली पारी में 130 रनों की बढ़त का बड़ा रोल रहा है.
दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज पूरी तरह से फ्लॉप रहे. कप्तान विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा एक बार फिर बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहे. साउथ अफ्रीका की ओर से मार्को जानसेन और रबाडा ने 4-4 विकेट लिए. 305 रनों का लक्ष्य पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम की भी शुरुआत अच्छी नहीं रही. चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 94 रन पर उसके 4 विकेट गिर चुके हैं. कप्तान डीन एल्गर 52 रनों पर नाबाद हैं.
सेंचुरियन में कैसा रहेगा मौसम?
मैच के पांचवें दिन सेंचुरियन का मौसम भी अहम रहने वाला है. AccuWeather के अनुसार दिन में ज्यादातर बादलों के साथ तापमान 16-27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है. यहां पर हल्की बारिश की भी संभावना है. सेंचुरियन में 30 दिसंबर को 5.7 मिमी बारिश का अनुमान लगाया गया है. टीम इंडिया मैच को अपने पक्ष में ले सकती है, क्योंकि वो जीत से छह विकेट दूर है. हालांकि, खराब मौसम और एल्गर का क्रीज पर लंबे समय तक टिके रहना मेहमान टीम की जीत में बाधा बन सकती है.
आसान नहीं है 300 से ज्यादा रनों का लक्ष्य
सेंचुरियन में 300 रनों का पीछा करना आसान नहीं है. साउथ अफ्रीकी टीम घर पर सिर्फ एक बार 300 से ज्यादा रनों के लक्ष्य का पीछा कर सकी है. साल 2001-02 में दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डरबन टेस्ट में 335 रनों के लक्ष्य का पीछा किया था. सेंचुरियन में अब तक 300 रनों के लक्ष्य का पीछा नहीं हो सका है. गेंदबाजों के मददगार इस मैदान पर सबसे बड़ा रन चेज इंग्लैंड ने किया था. 2000 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इंग्लैंड ने यहां लक्ष्य का पीछा करते हुए 251 रन बनाए थे. हालांकि, इस मैदान पर कुल 27 मैच खेले गए हैं, जिसमें से 21 मैच होम साइड ने जीते हैं. वहीं सिर्फ दो बार विदेशी टीम को जीत मिली है.