'सूर्यकुमार खुद स्वीकार करेंगे कि ODI क्रिकेट में..', SKY को लेकर राहुल द्रविड़ का बड़ा बयान

Update: 2023-07-31 16:54 GMT
खेल: टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने विस्फोटक भारतीय बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है। द्रविड़ का कहना है कि सूर्या खुद भी इस बात को स्वीकार करेंगे कि उनके ओडीआई क्रिकेट के आंकड़े उतने बेहतर नहीं हैं, जितने टी20 क्रिकेट में हैं। हालांकि, खराब प्रदर्शन के बाद भी टीम उन्हें चांस देना चाहती है, क्योंकि राहुल द्रविड़ मानते हैं कि वह शानदार खिलाड़ी हैं, जो ओडीआई
 क्रिकेट को समझ रहे हैं। हालांकि, इस बीच एक सवाल है कि वर्ल्ड कप 2023 से एन पहले इस प्रकार के फैसले लेना कोई बुद्धिमानी का काम नहीं होगा।
राहुल द्रविड़ ने मैच के बाद प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि, "देखिए, मुझे लगता है कि सूर्या वास्तव में एक दमदार खिलाड़ी है। इसमें कोई शक नहीं है। उसके प्रदर्शन से पता चलता है कि, खासतौर पर टी 20 क्रिकेट में, और यहां तक कि घरेलू क्रिकेट में, सफेद बॉल क्रिकेट में, उसने कुछ बहुत बेहतरीन प्रदर्शन किए हैं। दुर्भाग्य से, मैं सोचता हूं और यहां तक कि वह यह स्वीकार करने वाले पहले खिलाड़ी होंगे कि उनके 
ओडीआई
 आंकड़े शायद उनके अपने उच्च मानकों या टी20 में उनके द्वारा स्थापित किए गए मानकों के अनुरूप नहीं हैं, लेकिन वह शायद ओडीआई क्रिकेट के बारे में सीख रहे हैं।"
द्रविड़ ने कहा कि, 'उन्होंने IPL के जरिए काफी सारी टी20 क्रिकेट खेली है और भारत के लिए डेब्यू करने से पहले उन्होंने बहुत सारी प्रतिस्पर्धी टी20 क्रिकेट खेली है, मगर ओडीआई क्रिकेट के संदर्भ में, उन्होंने शायद उतनी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेली है, क्योंकि 
ओडीआई
 आईपीएल जैसा नहीं होता है। ऐसे में मुझे लगता है कि वह अपने खेल के संबंध में भी सीख रहा है और सीखता जा रहा है कि बीच के ओवरों में कैसे बैटिंग करनी है। वह एक टैलेंट खिलाड़ी हैं और वह वास्तव में एक शानदार खिलाड़ी हैं। इसलिए हम उन्हें जितना संभव हो उतने चांस देना चाहते हैं।"
हेड कोच ने कहा कि, "उन अवसरों का फायदा उठाना और उन अवसरों का इस्तेमाल करना उन पर निर्भर है, मगर हां, हम जिस तरह की व्यवस्था में हैं, हम लोगों को यथासंभव उतने चांस देना पसंद करते हैं। मैं इतनी चिंता नहीं करूंगा।" सूर्या इस वक़्त टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में नंबर वन क्रिकेटर हैं, लेकिन ओडीआईI इंटरनेशनल क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड उतना बेहतर नहीं है। एक दर्जन से अधिक मैचों में वे अर्धशतक तक नहीं जड़ सके हैं। यहां तक कि वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू धरती पर खेली गई तीन मैचों की ओडीआई सीरीज में खाता तक नहीं खोल सके थे।
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