Sunil Gavaskar ने बताया BCCI सचिव के ICC अध्यक्ष बनने से किसे होगा फायदा

Update: 2024-08-27 12:09 GMT
 Spotrs.खेल: लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर का मानना है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह के इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) का अगला अध्यक्ष बनने से वैश्विक क्रिकेट पर सकारात्मक असर पड़ेगा, जैसा कि भारतीय क्रिकेट पर पड़ा है। गावस्कर की यह टिप्पणी आईसीसी के चेयरमैन ग्रेग बार्कले की इस घोषणा के बाद आई है कि वे तीसरे कार्यकाल नहीं चाहेंगे। गावस्कर ने स्पोर्टस्टार में लिखे अपने कॉलम में उन अटकलों पर सवाल उठाया कि शाह ने बार्कले को तीसरे कार्यकाल पर विचार न करने के लिए मजबूर किया। उन्होंने क्रिकेट के तथाकथित “ओल्ड पावर्स” की आलोचना की, जो नेतृत्व परिवर्तन से असंतुष्ट लग रहे थे। उन्होंने कहा कि ये आलोचक
अंतरराष्ट्रीय
क्रिकेट पर से नियंत्रण खोने से चिंतित हैं। उन्होंने इन ओल्ड पावर्स के लिए टॉल पोपी सिंड्रोम (Tall poppy syndrome) शब्द का इस्तेमाल किया। इस शब्द का मतलब है किसी व्यक्ति की सफलता के लिए आलोचना करना।
दुनियाभर के खिलाड़ियों को फायदा होगा
गावस्कर ने इस शब्द का इस्तेमाल यह कहने के लिए किया कि जय शाह की सफलता से “ओल्ड पावर्स” जलते हैं, क्योंकि वे जान गए हैं कि इंटरनेशनल क्रिकेट को वे नहीं चलाते। जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष बनने से भारत की पुरुष और महिला क्रिकेट की तरह दुनियाभर के खिलाड़ियों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि अगर ओल्ड पावर्स को लगता है कि बार्कले पर तीसरे टर्म के लिए विचार न करने के लिए दबाव बनाया गया तो फिर आईसीसी में उनके अपने प्रतिनिधि बैठक में क्या कर रहे थे? उन्होंने आपत्ति क्यों जताई? अगर कोई आपत्ति नहीं थी, तो अनावश्यक रूप से उंगली क्यों उठा रहे हैं। यह टॉल पोपी सिंड्रोम (Tall poppy syndrome) है।
खिलाड़ियों और प्रशासकों दोनों की शानदार टीमवर्क
पिछले कुछ सालों में भारतीय क्रिकेट ने जिस तरह से आगे बढ़ा है, वह भी बीसीसीआई और उसके प्रशासन की देन है। पुरुष और महिला दोनों ही टीमें जिस तरह का क्रिकेट खेल रही हैं, वह भी इस खेल के भारत में फलने-फूलने का एक बड़ा कारण है। अगर टीम जीत नहीं रही होती, तो प्रायोजक दूर रहते। खिलाड़ियों और प्रशासकों दोनों की शानदार टीमवर्क बताती है कि भारतीय क्रिकेट इतनी स्वस्थ स्थिति में क्यों है। यह हमेशा ऐसा ही रहे।
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