बायो-बबल में रहने से मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है असर : आंद्रे रसेल

घातक कोरोना वायरस के कारण खेल प्रतियोगिताओं और खिलाड़ियों पर काफी असर पड़ा है

Update: 2021-06-04 14:18 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |    घातक कोरोना वायरस के कारण खेल प्रतियोगिताओं और खिलाड़ियों पर काफी असर पड़ा है. इस महामारी के चलते पिछले एक साल से क्रिकेट टूर्नामेंट भी प्रभावित हुए हैं. खिलाड़ियों को 'बायो बबल' में ही रहते हुए खेलना पड़ रहा है. ऐसे माहौल में रहने से खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है. इसी बीच वेस्टइंडीज के दिग्गज टी20 खिलाड़ी आंद्रे रसेल  ने बायो-बबल में रहने से मानसिक स्वास्थ्य पर असर होने की बात कही है.

रसेल ने कहा, 'मुझे लगता है कि बायो बबल में रहने के कारण मेरे मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है. मैं किसी और खिलाड़ी, कोच या क्वारंटीन से रहने वाले किसी अन्य के बारे में नहीं कह सकता लेकिन निश्चित तौर पर इसका मेरे मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ा है. एक जैविक रूप से सुरक्षित माहौल (Bio-Bubble) से दूसरे में जाना, कमरे में बंद रहना, आप कहीं बाहर नहीं जा सकते, आप किसी दूसरी जगह पर भी नहीं जा सकते, आप लोगों से नहीं मिल सकते, यह पूरी तरह से अलग है.'

रसेल फिलहाल पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) के छठे सीजन के बाकी बचे मैचों में खेलने के लिए यूएई में हैं. बायो बबल में रहने के बावजूद इस टी20 लीग में कोरोना वायरस के मामले सामने आए थे जिसके बाद मार्च में इसे निलंबित करना पड़ा. रसेल इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में कोलकाता नाइट राइडर्स टीम का प्रतिनिधित्व करते हैं. वह पीएसएल में क्वेटा ग्लेडिएटर्स की ओर से खेलते हैं जिसके छठे सीजन के दूसरे हिस्से का आयोजन यूएई में होगा. फिलहाल इस सीजन में 20 मैच और खेले जाने बाकी हैं. पीएसएल की शुरुआत 9 जून से होगी, फाइनल मुकाबला 24 जून को खेला जाएगा.


Tags:    

Similar News

-->