खेल मंत्रालय ने भारतीय खिलाड़ियों के दमदार प्रदर्शन को लेकर लिया बड़ा फैसला, ओलिंपिक के लिए नया प्लान तैयार

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने रविवार को कहा ओलिंपिक में भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से प्रेरित होकर सरकार 2024 और 2028 खेलों को ध्यान में रखते हुए टारगेट ओलिंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) के आकार और दायरे का विस्तार करेगी.

Update: 2021-08-15 15:36 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :-  टोक्यो ओलिंपिक-2020 (Tokyo Olympics-2020) में भारतीय खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन किया. भारतीय दल ने जापान की राजधानी में आयोजित किए गए खेलों के महाकुंभ में कुल सात पदक अपने नाम किए थे. इन सात में से एक स्वर्ण पदक था तो दो रजत पदक वहीं चार कांस्य पदक थे. यह ओलिंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. इससे पहले भारत ने लंदन ओलिंपिक-2012 में छह पदक अपने नाम किए थे. इस प्रदर्शन ने पूरे देश को गर्व करने का मौका भी दिया और खुशी भी. इस प्रदर्शन से देश की सरकार भी खुश है और इसलिए खेल मंत्रालय ने अगले दो ओलिंपिक खेलों के लिए टॉप्स के विस्तार की बात कही है.खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने रविवार को कहा ओलिंपिक में भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से प्रेरित होकर सरकार 2024 और 2028 खेलों को ध्यान में रखते हुए टारगेट ओलिंपिक पोडियम योजना (टॉप्स) के आकार और दायरे का विस्तार करेगी.

टोक्यो ओलिंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने के कार्यक्रम में भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) ने भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतने वाले एथलीट नीरज चोपड़ा को 75 लाख रुपये का नकद पुरस्कार सौंपा. यह पहली बार है जब आईओए ओलिंपिक पदक विजेताओं को नकद प्रोत्साहन दे रहा है. रजत पदक विजेता पहलवान रवि दहिया और भारोत्तोलक मीराबाई चानू को टोक्यो में रजत पदक हासिल करने पर 50-50 लाख रुपये के पुरस्कार दिए गए. कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और पहलवान बजरंग पुनिया को हाल ही में संपन्न ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन करने के लिए 25-25 लाख रुपये दिए गए.
अधिकतर खिलाड़ियों को फायदा
इस दौरान खेल मंत्री ने कहा कि वह टॉप्स में विस्तार करेंगे. ठाकुर ने इस कार्यक्रम में कहा, ''मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम टॉप्स का विस्तार करने जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक खिलाड़ियों को इसका फायदा हो सके. हम उम्मीद करते हैं कि जब 2024 ओलिंपिक के बाद ऐसा समारोह आयोजित किया जाए तो यहां (हॉल) कोई जगह खाली ना हो.''
हॉकी टीम, कोच को भी पुरस्कार
इस मौके पर कांस्य पदक जीतने वाली पुरुष हॉकी टीम के प्रत्येक सदस्य को 10-10 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया. भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक अपने नाम करते हुए ओलिंपिक में चार दशक से चले आ रहे पदक के सूखे को खत्म किया है. स्वर्ण विजेता चोपड़ा के कोच को 12.5 लाख रुपये, जबकि दहिया और मीराबाई के प्रशिक्षकों को 10 लाख रुपये दिए गए. कांस्य पदक विजेताओं के कोच को 7.5 लाख रुपये दिए गए.
ओलिंपिक में हिस्सा लेने वालों को भी पुरस्कार
यह भी घोषणा की गई कि टोक्यो गये सभी 128 ओलंपियनों को एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे. इस समारोह में टोक्यो ओलिंपिक के सभी पदक विजेता मौजूद थे. खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के अलावा, पदक विजेता राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) को 30-30 लाख रुपए के चेक प्रदान किए गए. चोपड़ा के कोच क्लॉस बार्टोनिट्ज और जयवीर चौधरी (पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में उनके कोच) इस आयोजन के लिए नहीं पहुंच सके थे. ठाकुर और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ इस कार्यक्रम में आईओए के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने भी देश के खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की सराहना की. उन्होंने कहा, ''ओलिंपिक से पहले कोविड-19 के कारण देश में काफी मायूसी छाई हुई थी, लेकिन टोक्यो ओलिंपिक में आपके (खिलाड़ियों) के प्रदर्शन ने वह सब बदल दिया है और आपने देश के 1.3 अरब लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है.''


Tags:    

Similar News

-->