भारतीय खेल प्राधिकरण ने अपने 67 प्रशिक्षण शिविर बंद करने का किया फैसला
भारतीय खेल प्राधिकरण ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अपने 67 प्रशिक्षण शिविर बंद करने का फैसला किया है
भारतीय खेल प्राधिकरण ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अपने 67 प्रशिक्षण शिविर बंद करने का फैसला किया है। साई ने अपने आधिकारिक बयान में सोमवार को कहा कि देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए साई देशभर में मौजूद अपने 67 प्रशिक्षण शिविर बंद कर रहा है। कई राज्यों ने खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए खेल से जुड़ी गतिविधियां रद्द करने का फैसला किया है। देश में कोरोना के मामले कम होने के बाद ये प्रशिक्षण शिविर फिर से खोल जाएंगे।
देश में कोरोना के मामले बढ़े
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सोमवारवार को देश में कोरोना के 1.79 लाख नए मामले सामने आए। इसके बाद देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 7.23 लाख के पार पहुंच चुकी है। यह आंकड़ा पिछले 204 दिनों में सबसे ज्यादा है। सोमवार को देश में इस महामारी के चलते 146 लोगों की मौत हो गई और कोरोना की वजह से होने वाली मौत का आंकड़ा बढ़कर 4.83 लाख के पार जा चुका है।
पहले भी रद्द हो चुके हैं कई टूर्नामेंट
देश में कोरोना संक्रमण बढ़ने की वजह से पहले भी कई टूर्नामेंट स्थगित हो चुके हैं। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कोरोना महामारी की वजह से दूसरी बार रणजी ट्रॉफी स्थगित हुई है। इससे पहले 2021 में भी यह टूर्नामेंट कोरोना की वजह से रद्द हुआ था। इसके अलावा विजय मर्चेंट ट्रॉफी, सीके नायडू ट्रॉफी और कई अन्य घरेलू टूर्नामेंट इस महामारी की वजह से स्थगित हो चुके हैं। भविष्य में भी इनके आयोजन पर संशय बना हुआ है।
खिलाड़ियों को हो रहा नुकसान
कोरोना महामारी की वजह से खिलाड़ियों को भी खासा नुकसान हो रहा है। पिछले साल भी कई तरह की प्रतियोगिताएं और टूर्नामेंट कोरोना की वजह से नहीं हो पाए थे। इन टूर्नामेंट में खेलने वाले खिलाड़ियों को हर मैच के लिए मिलने वाली फीस भी नहीं मिली थी। इसके बाद बीसीसीआई ने क्रिकेट के खिलाड़ियों को उनकी औसत कमाई का आधा पैसा दे दिया था, लेकिन बाकी खेलों के खिलाड़ियों को नुकसान उठाना पड़ा था।