भारतीय टीम में चल रहे सलामी बल्लेबाजों के विवाद पर सौरव गांगुली ने तोड़ी चुप्पी, बोले यह बड़ी बात
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने चोटिल सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की जगह किसी अन्य खिलाड़ी को इंग्लैंड नहीं भेजने के फैसले पर उठे विवाद पर चुप्पी तोड़ी है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने चोटिल सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की जगह किसी अन्य खिलाड़ी को इंग्लैंड नहीं भेजने के फैसले पर उठे विवाद पर चुप्पी तोड़ी है। गुरुवार को बीसीसीआइ के बॉस गांगुली ने कहा है कि यह चयनसमिति से जुड़ा विषय है। वहीं, चयनसमिति के मुखिया चेतन शर्मा और कप्तान विराट कोहली के बीच कुछ खटास भी निकलकर सामने आई है।
दरअसल, शुभमन गिल के चोटिल होने के बाद भारतीय टीम प्रबंधन ने अपने प्रशासनिक मैनेजर गिरीश डोंगरे के जरिये 28 जून को गिल की जगह दो सलामी बल्लेबाजों को भेजने के लिए कहा था। उन्होंने पृथ्वी शॉ और देवदत्त पडीक्कल के नाम भी सुझाए थे, लेकिन चयनसमिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा ने दो दिन पहले तक कोई औपचारिक उत्तर नहीं भेजा था, क्योंकि चार सलामी बल्लेबाज पहले से ही टीम में हैं।
गुरुवार को 49 साल के हुए सौरव गांगुली अपने जन्मदिन के अवसर पर पत्रकारों से बात कर रहे थे तो उनसे इस विवादास्पद मामले के बारे में भी पूछा गया तो उन्होंने कहा, "यह चयनकर्ताओं का फैसला है।" बता दें कि पृथ्वी शॉ और पडीक्कल अभी सीमित ओवरों की सीरीज के लिए श्रीलंका में हैं, जहां भारतीय टीम शिखर धवन की अगुआई में तीन वनडे और इतने ही टी-20 मैच खेलेगी।
आपको बता दें, इंग्लैंड के दौरे पर पांच मैचों की टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम के साथ ओपनर के तौर पर रोहित शर्मा के अलावा शुभमन गिल, मयंक अग्रवाल और केएल राहुल साथ गए थे। चूंकि अब शुभमन गिल टीम से बाहर हो गए हैं तो इस स्थिति में मयंक अग्रवाल और केएल राहुल विकल्प के तौर पर बचते हैं, लेकिन केएल राहुल ने पारी की शुरुआत करने से इन्कार कर दिया है। ऐसे में सिर्फ एक ही विकल्प मयंक अग्रवाल के तौर पर भारतीय टीम के पास बचता है।