सिंधू, सात्विक-चिराग की जोड़ी को बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप के पहले दौर में बाई मिली
खेल: दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी को गुरुवार को यहां बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप 2023 के ड्रॉ में पहले दौर में बाई मिली। इस साल बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप का आयोजन डेनमार्क के कोपेनहेगन में 21 से 27 अगस्त तक किया जाएगा।
वहीं साल 2019 में महिला एकल विश्व खिताब जितने वाली सिंधू को मुश्किल ड्रॉ मिला है। उनकी भिड़ंत थाईलैंड की रतचानोक इंतानोन और शीर्ष वरीय कोरिया की आन से यंग से हो सकती है। इन सभी को ड्रॉ के ऊपरी हाफ में रखा गया है। सिंधू महिला एकल में चुनौती पेश कर रही एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं। विश्व चैंपियनशिप की गत कांस्य पदक विजेता सात्विक और चिराग की जोड़ी शानदार फॉर्म में चल रही है और इस जोड़ी ने कोरिया ओपन में खिताब के बाद पिछले हफ्ते विश्व रैंकिंग में करियर का सर्वश्रेष्ठ दूसरा स्थान हासिल किया।
साथ ही पुरुष एकल में भारतीय चुनौती की अगुआई फॉर्म में चल रहे एचएस प्रणय करेंगे जिन्हें इस प्रतियोगिता के लिए दूसरी वरीयता दी गई है। वह पहले दौर में फिनलैंड के केल कोलजोनेन से भिड़ेंगे। पुरुष एकल में लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत की भिड़ंत पहले दौर में क्रमश: मॉरिशस के जॉर्जेस जूलियन पॉल और जापान के केंता निशिमोतो से होगी।
प्रणय पिछले 12 महीने में सबसे ज्यादा निरंतर प्रदर्शन करने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं। और अभी उनकी विश्व रैंकिंग नौवीं है। उन्होंने मई में मलेशिया मास्टर्स का खिताब जीता और पिछले हफ्ते ऑस्ट्रेलियाई ओपन में उप विजेता रहे। महिला युगल में भारत ने दो जोड़ियां उतारी हैं। त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद को पहले दौर में बाई मिली है जबकि अश्विनी भट और शिखा गौतम को देबोरा जिली और चेरिल सीनेन की नीदरलैंड की जोड़ी से भिड़ना है।
बता दें कि, पुरुष एकल में 64 जबकि महिला एकल में 48 खिलाड़ी चुनौती पेश करेंगे। तीन युगल स्पर्धाओं में 46-46 जोड़ियां हिस्सा लेंगी। सभी पांच वर्ग में नवीनतम विश्व रैंकिंग में 16 शीर्ष खिलाड़ियों को वरीयता मिली है। चार भारतीय एकल वर्ग में चुनौती पेश करेंगे जबकि टूर्नामेंट के 28वें सत्र में युगल वर्ग में भारत की छह जोड़ियां चुनौती पेश कर रही हैं।
बता दें कि, पीवी सिंधू अब तक विश्व चैंपियनशिप जीतने वाली एकमात्र भारतीय हैं। उन्होंने 2019 में खिताब जीता था। उन्होंने इस टूर्नामेंट में दो रजत और दो कांस्य पदक भी जीते हैं। सिंधू के अलावा पूर्व ओलंपिक पदक विजेता साइना नेहवाल ने भी विश्व चौपयनशिप में 2015 में रजत और 2017 में कांस्य पदक जीता। दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत ने भी 2021 में रजत पदक जीता था। अन्य भारतीयों में लक्ष्य सेन, बी साई प्रणीत और अश्विनी पोनप्पा तथा ज्वाला गुट्टा की जोड़ी भी विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी है। भारत ने अब तक बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में 13 पदक जीते हैं।