टीम इंडिया की प्लेइंग XI में जगह बना सकते हैं शिखर धवन

टी20 वर्ल्ड कप 2021 का आयोजन यूएई और ओमान में अक्टूबर-नवंबर में होगा। इसकी शुरुआत 17 अक्टूबर से होगी जबकि इसका समापन 14 नवंबर को होगा

Update: 2021-07-14 09:15 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क  |    टी20 वर्ल्ड कप 2021 का आयोजन यूएई और ओमान में अक्टूबर-नवंबर में होगा। इसकी शुरुआत 17 अक्टूबर से होगी जबकि इसका समापन 14 नवंबर को होगा। इस वर्ल्ड कप में शिखर धवन के टीम में होने की कितनी संभावना है या फिर वो क्या करके अपना दावा मजबूत कर सकते हैं इसे लेकर भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर ने बताया। धवन इस वक्त श्रीलंका दौरे पर हैं और भारतीय टीम के कप्तान भी हैं। धवन की ये कोशिश जरूर रहेगी कि वो इस दौरे पर ज्यादा से ज्यादा रन बनाएं और टीम इंडिया में अपनी एंट्री की दावेदारी को मजबूत करें, लेकिन अगरकर का कहना है कि इस टी20 वर्ल्ड कप में बतौर ओपनर धवन के शामिल होने की संभावना कम है।

अगरकर ने कहा कि, धवन के लिए टी20 वर्ल्ड कप 2021 में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में शामिल होने की संभावना कम ही नजर आती है। वो सिर्फ इतना कर सकते हैं कि, श्रीलंका में ज्यादा से ज्यादा रन बनाएं और केएल राहुल पर दवाब बनाए रखें। इस दौरे पर उन्हें टी20 मुकाबलों में ज्यादा से ज्यादा रन बनाने होंगे। वो आइपीएल में भी कुछ गलत नहीं कर रहे हैं, लेकिन इस वक्त रोहित शर्मा और केएल राहुल उनसे आगे हैं। राहुल ने इंग्लैंड के खिलाफ अभी घरेलू टी20 सीरीज में खराब प्रदर्शन किया था और उनके लिए ये सीरीज काफी औसत दर्जे का रहा था, लेकिन सफेद गेंद के क्रिकेट में उनका फॉर्म कमाल का रहा है।

भारत और श्रीलंका के आधिकारिक ब्रॉडकास्टर सोनी स्पोर्ट्स द्वारा आयोजित एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में अगरकर ने कहा कि, घवन ने इंग्लैंड के खिलाफ भारत में पांच मैचों की टी20 सीरीज के पहले मैच में खेला, लेकिन फिर चार मैच से बाहर कर दिए गए। इसके बाद उन्होंने आइपीएल 2021 में कमाल की वापसी की और पहले पार्ट में सबसे ज्यादा रन बनाए। पिछले साल भी उनके लिए आइपीएल काफी अच्छा रहा था और उन्होंने खूब रन बनाए थे। दिल्ली के लिए 8 मैचों में उन्होंने लगभग 135 के स्ट्राइक रेट से 380 रन बनाए थे।
अगरकर ने धवन के बारे में कहा कि, हाई स्पीड रेसिंग कार(T20)और टिकाऊ वाहनों(टेस्ट) की लड़ाई में धवन हमेशा एक ऑल्टो कार की तरह थे। वह भारतीय टीम की जरूरतों को अपने अंदाज में पूरा करा करते थे। इस वजह से वो वनडे टीम में प्लेइंग इलेवन का अहम हिस्सा बन गए, लेकिन टी 20 में वो ऐसा नहीं कर पाए। ये समस्या तब शुरू हुई जब केएल राहुल ने टी20 इंटरनेशनल में 140 से अधिक की स्ट्राइक से रन बनाना शुरू किया। जबकि धवन का स्ट्राइक इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रेट 127 से नीचे का रहा। इसके बाद राहुल उन पर हावी होते चले गए।


Tags:    

Similar News