4 दिन में दूसरी बार विराट कोहली के बचाव में उतरे रोहित शर्मा, खराब फॉर्म पर बोले- उन्हें किसी आश्वासन की जरूरत नहीं
इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में हुए दूसरे वनडे में भारत को 100 रन से हराकर 3 वनडे की सीरीज 1-1 से बराबर कर दी. भारत को इस मैच में 247 रन का टारगेट मिला था. इसका पीछा करते हुए टीम इंडिया पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाई और 38.5 ओवर में 146 रन पर ढेर हो गई.
इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में हुए दूसरे वनडे में भारत को 100 रन से हराकर 3 वनडे की सीरीज 1-1 से बराबर कर दी. भारत को इस मैच में 247 रन का टारगेट मिला था. इसका पीछा करते हुए टीम इंडिया पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाई और 38.5 ओवर में 146 रन पर ढेर हो गई. एक बार फिर विराट कोहली ने तो शुरुआत तो अच्छी की. लेकिन, वो बड़ी पारी खेलने से चूक गए. उन्होंने फिर पुरानी गलती दोहराई और ऑफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद पर बल्ला अड़ा दिया और विकेट के पीछे कैच आउट हो गए. बीते कुछ सालों में कोहली का फॉर्म राष्ट्रीय बहस का मुद्दा बन गया है. कपिल देव जैसे दिग्गज तो उन्हें टीम से ड्रॉप करने के बारे में सोचने लगे हैं. इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में जिस तरह कोहली आउट हुए, उसके बाद तो यह बहस और तेज होगी. हालांकि, कप्तान रोहित शर्मा चार दिन में दूसरी बार उनके बचाव में उतरे हैं.
इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा वनडे हारने के बाद रोहित शर्मा से प्रेस कॉन्फ्रेंस में विराट कोहली के खराब फॉर्म को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, क्यों हो रही यह बातें. मुझे समझ नहीं आता. "उन्होंने (कोहली) इतने सारे मैच खेले हैं. वह इतने सालों से खेल रहे हैं. वह इतने महान बल्लेबाज हैं, उन्हें किसी आश्वासन की जरूरत नहीं है. मैंने पिछली प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी यही बात कही थी. फॉर्म आता-जाता रहता है, यह किसी भी क्रिकेटर के करियर का हिस्सा होता है. तो कोहली जैसे खिलाड़ी, जो इतने सालों से खेल रहे हैं, इतने रन बनाए हैं, मैच जिताए हैं. उसे केवल एक या दो अच्छी पारियों की जरूरत है यह मेरी सोच है और मुझे यकीन है कि क्रिकेट को फॉलो करने वाले लोग भी ऐसी ही सोच रखते होंगे."
यह दूसरा मौका है, जब इंग्लैंड दौरे में लिमिटेड ओवर सीरीज के दौरान कप्तान रोहित शर्मा ने खुलकर विराट का बचाव किया है. हालांकि, रोहित ने भी यह माना कि विराट बुरे दौर से गुजर रहे हैं. लेकिन, भारतीय टीम मैनेजमेंट को अब भी उनपर पूरा विश्वास है. रोहित ने कहा, "हम भी इस विषय पर बात करते हैं. हालांकि, हमें इस विषय पर बात करने से पहले, थोड़ा सोचना भी चाहिए. हमने देखा है कि सभी खिलाड़ियों का प्रदर्शन ऊपर और नीचे जाता है, लेकिन खिलाड़ी की क्वालिटी कभी खराब नहीं होती है. हम सभी को इसका ध्यान रखना चाहिए. बंदे (कोहली) ने इतने रन बनाया है (उसने इतने रन बनाए हैं), उसका औसत देखें, उसने कितने शतक बनाए हैं, उसके पास ऐसा करने का (विशाल) अनुभव है. हर खिलाड़ी की जिंदगी में बुरा दौर आता है, निजी जिंदगी तक में ऐसा हो जाता है."
कोहली इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स वनडे में रोहित के शून्य पर आउट होने के कारण तीसरे ओवर में ही बल्लेबाजी के लिए उतर आए थे. उन्हें अपना खाता खोलने के लिए 8 गेंद का इंतजार करना पड़ा. लेकिन, उन्होंने स्ट्रेट ड्राइव पर चौके से अपना खाता खोला. इसके बाद उन्होंने रीस टॉपली की लगातार 2 गेंदों पर दो चौके जड़, बड़ी पारी खेलने की उम्मीद जताई. लेकिन, 16 रन के स्कोर पर ऑफ स्टम्प से काफी बाहर जाती गेंद को खेलने की कोशिश में वो कैच आउट हो गए.