रितु फोगाट ने सरकार से देश में एमएमए को बढ़ावा देने में मदद करने का किया आग्रह
पहलवान से मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स (एमएमए) फाइटर बनीं रितु फोगाट ने मंगलवार को भारत सरकार से देश में एमएमए को बढ़ावा देने में मदद करने का आग्रह किया और यह भी सुझाव दिया
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | पहलवान से मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स (एमएमए) फाइटर बनीं रितु फोगाट ने मंगलवार को भारत सरकार से देश में एमएमए को बढ़ावा देने में मदद करने का आग्रह किया और यह भी सुझाव दिया कि इस खेल के खिलाड़ियों को भी राष्ट्रीय पुरस्कार दिया जाना चाहिए।रितु ने आईएएनएस से कहा, हम भी अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, और मैं अपने लिए कुछ नहीं मांग रही हूं। मैं बस जो नए खिलाड़ी इस खेल को अपना रहे हैं उनके लिए यह बात कह रही हूं।
उन्होंने कहा, सरकार को इसे बढ़ावा देना चाहिए और इसका समर्थन करना चाहिए क्योंकि यह अब जनता के बीच लोकप्रियता हासिल कर रहा है। अर्जुन पुरस्कार जैसे प्रतिश्ठित खेल पुरस्कार भी इस खेल में मिलनी चाहए। भारत में अन्य खेलों की तरह एमएमए का एक उचित मान्यता प्राप्त महासंघ होना चाहिए। हमारे पास भारत में बहुत प्रतिभा है, जो खेल में शामिल होने के इच्छुक हैं। हमारे मुकाबलों का भी उचित प्रसारण होना चाहिए ताकि लोग इसे देख सकें।
रितु ने सिंगापुर में एक चैंपियनशिप के एटॉमिक वेट ग्रां प्री के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। उन्होंने चीन की वल्र्ड नंबर 2 मेंग बो को हराया, जो सात मैचों की अपराजित थी।27 वर्षीय एमएमए फाइटर ने बड़ी जीत पर कहा, मेंग बो वास्तव में एक अच्छी खिलाड़ी हैं। वह नंबर 2 की दावेदार है। उसके पास मुझसे अधिक अनुभव है। लेकिन मैंने साबित कर दिया है कि मैं सर्वश्रेष्ठ हूं। मैंने इस मैच में कुछ कुश्ती चालों और एमएमए शैली के मिश्रण का इस्तेमाल किया।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह कुश्ती में वापसी करेंगी, रितु ने कहा, मैं कुश्ती में वापस आने के बारे में नहीं सोच रही हूं। मुझे पता है कि मेरे पिता चाहते हैं कि हम ओलंपिक पदक जीतें। संगीता विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेगी। उसने अच्छी वापसी की है। साथ ही, मेरी चचेरी बहन विनेश फोगाट भी कड़ी मेहनत कर रही हैं। वह इस बार टोक्यो ओलंपिक में बदकिस्मत रहीं, लेकिन उम्मीद है कि 2024 पेरिस में पदक जीतेंगी