सुपरस्पोर्ट पार्क बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन ही राहुल ने किया कमाल, खेली 122 रन की नाबाद पारी
भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में शतक बनाने के लिए कई तरह की भावनाओं से गुजरना पड़ता है.
भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (KL Rahul) ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में शतक बनाने के लिए कई तरह की भावनाओं से गुजरना पड़ता है. उन्होंने कहा कि क्रीज में घंटों खड़े रहने और गेंदबाजों का सामना करने के बाद मुझे मैच खेलने में आनंद आता है. उन्होंने यह भी कहा कि मैं पहले दिन के खेल में नॉट आउट रहने से बहुत खुश हूं. सुपरस्पोर्ट पार्क में बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन, राहुल ने 122 रन की नाबाद पारी खेली.
शतक को लेकर खुश हैं राहुल
केएल राहुल (KL Rahul) ने कहा, 'मैं वास्तव में अपने शतक से खुश हूं. जब आपको शतक बनाना होता है तो बहुत सारी भावनाएं उससे जुड़ी होती हैं. आप बल्लेबाजी करते हैं और 6-7 घंटे गेंदबाजों का सामना करते हैं. इस बीच अगर खिलाड़ी क्रीज पर खड़े रहकर शतक लगाता है, तो वह उसे काफी उत्साहित करता है.'
साथी खिलाड़ियों ने की हौसलाअफजाई
केएल राहुल (KL Rahul) ने कहा, 'मैं खुश हूं कि टीम के खिलाड़ी मुझे और आगे बढ़ने के लिए हौसलाअफजाई कर रहे हैं, मैंने नाबाद रहते हुए शतक लगाया जिससे दूसरे खिलाड़ी भी बेहद खुश हैं.'
तेज गेंदबाजों से कैसे निपटे केएल राहुल?
लुंगी एनगिदी और कगिसो रबाडा जैसे खतरनाक तेज गेंदबाजों का सामना करते हुए दक्षिण अफ्रीका में अपने पहले टेस्ट शतक के बारे में बात करते हुए राहुल ने अच्छी तैयारी और मौजूदा हालात में क्रीज पर बने रहने की कोशिश पर जोर दिया. उन्होंने कहा, 'प्रैक्टिस सेशन के दौरान खेल में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए मैंने काफी अभ्यास किया था. मैंने नेट में भी अभ्यास किया था और गेंदबाजों का अच्छे से सामना किया था.'
लॉर्ड्स में भी लगाया था शतक
29 साल के भारतीय टेस्ट उप-कप्तान ने 16 चौकों और एक छक्के की नाबाद पारी के दौरान अपने धैर्य और शांति से खुद को चौंका दिया. उन्होंने कहा, 'इंग्लैंड में भी जब मैंने लॉर्डस में शतक लगाया था तो मैंने शतक बनाने के लिए आखिरी एक रन के बारे में नहीं सोचा था. मेरा ध्यान हमेशा गेंद पर रहता है और हम इसी तरह खेल का आनंद लेते हैं.'