नई-दिल्ली। TokyoOlympics में जैवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल जीतने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी। नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने जैवलिन थ्रो में गोल्ड जीता है. उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 87.58 मीटर का है. ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत को 13 साल बाद दूसरा गोल्ड मिला. बीजिंग ओलंपिक 2008 में पहली बार स्वर्ण पदक जीतने का कारनामा दिग्गज शूटर अभिनव बिंद्रा ने किया था.
बता दें नीरज चोपड़ा भारत के लिए व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले महज दूसरे खिलाड़ी हैं. शूटर अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक्स में गोल्ड मेडल जीता था और अब नीरज चोपड़ा ने इस करिश्मे को अंजाम दिया है. नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक एथलेटिक्स में भारत को पहला पदक दिलाया है. इससे उन्होंने भारत का एथलेटिक्स में ओलंपिक पदक जीतने का पिछले 100 साल से भी अधिक का इंतजार समाप्त कर दिया. नीरज ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद तिरंगा लेकर मैदान का चक्कर लगाया और इसका जश्न मनाया.
नीरज को ओलंपिक से पहले ही पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था और इस 23 वर्षीय एथलीट ने अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए हुए क्वालीफिकेशन में अपने पहले प्रयास में 86.59 मीटर भाला फेंककर शीर्ष पर रहकर फाइनल में जगह बनायी थी. फाइनल में उन्होंने पहले प्रयास में 87.03 मीटर भाला फेंका था और वह शुरू से ही पहले स्थान पर चल रहे थे. तीसरे प्रयास में वह 76.79 मीटर भाला ही फेंक पाये जबकि चौथे प्रयास में फाउल कर गये. उन्होंने छठे प्रयास में 84.24 मीटर भाला फेंका लेकिन इससे पहले उनका स्वर्ण पदक पक्का हो गया था. भारत ने पहली बार एंटवर्प ओलंपिक में एथलेटिक्स में भाग लिया था लेकिन तब से लेकर रियो 2016 तक उसका कोई एथलीट पदक नहीं जीत पाया था. दिग्गज मिल्खा सिंह और पीटी ऊषा क्रमश 1960 और 1984 में मामूली अंतर से चूक गये थे.