Lahore लाहौर: चैंपियंस ट्रॉफी का भविष्य अधर में लटकने के बावजूद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान का भारत आना संभव नहीं है, क्योंकि भारत पड़ोसी देश में टीम भेजने से इनकार कर रहा है। उन्होंने इस स्थिति को "असमान" बताया। बता दें कि बीसीसीआई ने आईसीसी को पाकिस्तान में टीम भेजने में असमर्थता जताई थी और वैश्विक संस्था ने अंतिम निर्णय लेने के लिए शुक्रवार को अपने कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों की वर्चुअल बैठक बुलाई है। गद्दाफी स्टेडियम में निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के दौरान नकवी ने कहा, "यह संभव ही नहीं है कि पाकिस्तान भारत में जाकर सभी इवेंट खेलता रहे और भारतीय अधिकारी अपनी टीम को पाकिस्तान में खेलने के लिए भेजने को तैयार न हों। हम ऐसी असमान स्थिति नहीं होने दे सकते।"
हालांकि, नकवी ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए 'हाइब्रिड' मॉडल के बारे में सुरक्षित रुख अपनाया, क्योंकि पहले उन्होंने कहा था कि पीसीबी प्रस्तावित प्रारूप को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "मैं बस इतना ही आश्वासन दे सकता हूं कि बैठक में जो भी होगा, हम अच्छी खबरें और ऐसे फैसले लेकर आएंगे, जिन्हें हमारे लोग स्वीकार करेंगे।" नकवी ने उम्मीद जताई कि 5 दिसंबर को आईसीसी के चेयरमैन का पद संभालने वाले जय शाह विश्व क्रिकेट और सभी सदस्य बोर्डों के हित में फैसले लेंगे।
उन्होंने कहा, "जय शाह दिसंबर में कार्यभार संभालेंगे और मुझे यकीन है कि बीसीसीआई से आईसीसी में जाने के बाद वह आईसीसी के लाभ के बारे में सोचेंगे और उन्हें यही करना चाहिए। जब भी कोई ऐसी भूमिका संभाले, तो उसे केवल उस संगठन के हितों के बारे में सोचना चाहिए।" ऐसी खबरें थीं कि पाकिस्तान को हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करने के लिए अतिरिक्त वित्तीय प्रोत्साहन की पेशकश की जा रही है, लेकिन नकवी ने कोई वादा नहीं किया। नकवी ने कहा कि ऐसे सभी फैसले और आईसीसी बैठक के नतीजे पाकिस्तान सरकार को बताए जाएंगे, जो अंतिम फैसला करेगी।