पाकिस्तान के तेज गेंदबाज उमर गुल ने लिया संन्यास...आगे के प्लान पर कही ये बात
पाकिस्तान के स्टार तेज गेंदबाज उमर गुल ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. उमर गुल ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए 47 टेस्ट, 130 वनडे और 60 ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच खेले.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | पाकिस्तान के स्टार तेज गेंदबाज उमर गुल ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. उमर गुल ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए 47 टेस्ट, 130 वनडे और 60 ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच खेले. 36 साल के स्टार तेज गेंदबाज उमर गुल ने घरेलू टूर्नामेंट नेशनल कप में अपनी टीम बलूचिस्तान की हार के बाद क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया.
उमर गुल ने इंटरनेशनल क्रिकेट में पाकिस्तानी टीम का प्रतिनिधित्व करने को गर्व की बात बताया. तूफानी तेज गेंदबाज ने कहा, ''मैंने क्रिकेट का पूरा आनंद लिया. क्रिकेट की वजह से मैंने कड़ी मेहनत की और मुझे इसका फल भी मिला. इस सफर के दौरान बहुत सारे अच्छे इंसान मिले जिन्होंने किसी ना किसी लेवल पर मेरा साथ दिया, मैं उन सब का शुक्रगुजार हूं.''
उमर गुल ने फैंस को भी हमेशा सपोर्ट करने के लिए शुक्रिया कहा. गुल ने कहा, ''पूरे सफर के दौरान फैंस ने हमेशा मुझे प्यार दिया. मैं पूरी जिंदगी इस प्यार के लिए शुक्रगुजार रहूंगा. जब मैं मुश्किल दौर से गुजर रहा था तब भी फैंस ने साथ दिया. मैं अपने परिवार को भी धन्यवाद करता हूं जिन्होंने इस सफर में आगे बढ़ने में मेरी मदद की.''
बता दें कि उमर गुल पिछले 20 साल में इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक रहे हैं. 2002 में उमर गुल ने अपने क्रिकेट करियर का आगाज अंडर 19 वर्ल्ड कप से किया था. 2003 में ही गुल पाकिस्तान की नेशनल टीम में जगह बनाने में कामयाब हो गए.
गुल ने अप्रैल 2003 में जिम्बॉब्वे के खिलाफ वनडे डेब्यू किया. 2003 अगस्त में गुल ने बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया. 47 टेस्ट मैच खेलते हुए गुल ने 34 के औसत से 163 विकेट लिए, जबकि 130 वनडे में उनके नाम 179 विकेट रहे.
ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट में अपनी यॉर्कर की वजह से गुल बेहद ही खास गेंदबाज बनकर उभरे. गुल ने 60 मैच खेलते हुए 85 विकेट लिए. गुल ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले पांच टॉप गेंदबाजों में शुमार हैं.
उमर गुल को हालांकि 2015 के वनडे वर्ल्ड कप के बाद इस फॉर्मेट में खेलने का मौका नहीं मिला. 2016 में उमर गुल ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला और उसके बाद से वह सिर्फ घरेलू क्रिकेट खेल रहे थे.