T20WC की तैयारी के लिए बचे सिर्फ 8 मैच, भारतीय टीम को सबसे ज्यादा सुधार की जरूरत

भारतीय टीम के पास ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आगामी टी-20 विश्व कप की तैयारी के लिए सिर्फ आठ मैच बचे हैं और इन मैचों से कप्तान रोहित शर्मा की टीम अपनी तैयारियों को पुख्ता करना चाहेगी।

Update: 2022-09-14 05:17 GMT

भारतीय टीम के पास ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आगामी टी-20 विश्व कप की तैयारी के लिए सिर्फ आठ मैच बचे हैं और इन मैचों से कप्तान रोहित शर्मा की टीम अपनी तैयारियों को पुख्ता करना चाहेगी। हाल ही में एशिया कप टी-20 में बेहद ही निराशाजनक प्रदर्शन के चलते भारतीय टीम अपनी विजेता ट्रॉफी का बचाव नहीं कर पाई थी और उसके प्रदर्शन से कई चीजों पर सवाल उठ गए थे। अंतिम एकादश का चयन, लगातार प्रयोग और खिलाड़ियों के प्रदर्शन से सभी निराश थे।

अब टीम इंडिया को अपने घर में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेलनी है। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध भी तीन टी-20 मैचों की सीरीज होगी। अफ्रीकी टीम के विरुद्ध तीन मैचों की वनडे सीरीज भी होगी, लेकिन इसका विश्व कप की तैयारियों से कोई लेना देना नहीं होगा। विश्व कप की टीम के ज्यादातर खिलाड़ी इन दोनों टी-20 सीरीज में खेल रहे हैं।

इन छह मैचों के बाद टीम को विश्व कप में दो वॉर्म अप मैच भी खेलने को मिलेंगे। ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध टी-20 सीरीज की शुरुआत 20 सितंबर से होगी और सीरीज का पहला मैच मोहाली में खेला जाएगा। इसके बाद भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 28 सितंबर को तिरुवनंतपुरम में टी-20 सीरीज का आगाज होगा। टीम को विश्व कप में वार्म अप मैचों में मेजबान ऑस्ट्रेलिया से 17 अक्टूबर और न्यूजीलैंड से 19 अक्टूबर को मैच खेलने हैं। फिर 23 अक्टूबर को भारत अपना पहला मैच चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ खेलेगा।

बीच के ओवरों में धीमी बल्लेबाजी चिंता का विषय : 16 अक्टूबर से शुरू होने वाले टी-20 विश्व कप से पूर्व बीसीसीआइ की एशिया कप को लेकर हुई समीक्षा बैठक में सात से लेकर 15 ओवर के बीच भारतीय बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर चिंता जताई। टीम चयन के अलावा बैठक में बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह तथा राष्ट्रीय चयन समिति ने एशिया कप के दौरान राष्ट्रीय टीम के खराब प्रदर्शन पर भी चर्चा की। बीसीसीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'एशिया कप के प्रदर्शन पर चर्चा की गई। निश्चित तौर पर समस्याओं की बजाए समाधान पर ध्यान दिया गया तथा इस पर चर्चा हुई कि टी-20 विश्व कप के दौरान किन क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है।'

सभी ने इस पर सहमति जताई की बेहतर टीमों के विरुद्ध भारत का बीच के ओवरों में अपनाया गया रवैया चिंता का विषय है और एशिया कप में इससे टीम को नुकसान हुआ। अधिकारी ने कहा, 'बीच के ओवरों में बल्लेबाजी एक मुद्दा था विशेषकर सातवें से लेकर 15 ओवर के बीच बल्लेबाजी जिसमें एशिया कप में हमने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। टीम थिंक टैंक इससे अवगत है और हमारे पास कुछ विश्वस्तरीय खिलाड़ी हैं जो टीम की जरूरतों के अनुसार अपना खेल बदल सकते हैं।'

यदि सातवें से लेकर 15वें ओवर के बीच भारतीय बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर गौर करें तो पाकिस्तान के विरुद्ध पहले मैच में उन्होंने नौ ओवरों में 59 रन बनाए और तीन विकेट गंवाए। यहां तक कि हांगकांग के विरुद्ध भी इन ओवरों में केवल 62 रन बने जबकि पाकिस्तान के विरुद्ध सुपर-4 के मैच में भी इन ओवरों में 62 रन बनाए और इस बीच भारत ने एक विकेट खोया। इन नौ ओवरों में भारत ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन श्रीलंका के विरुद्ध किया। तब उसने इन ओवरों में 78 रन बनाए थे।

2021 से 2022 तक क्या मिला : 2021 टी-20 विश्व कप से लेकर 2022 टी-20 विश्व कप तक भारत को सिर्फ एक चीज यह मिली कि उसके स्टार आलराउंडर रवींद्र जडेजा अंतिम एकादश में नहीं होंगे क्योंकि वह चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए। इसके अलावा विश्व कप के शुरू होने तक भी हार्दिक पांड्या की फिटनेस पर भी नजर रहेगी। जडेजा के नहीं रहने से पांड्या को अपने कोटे के लगभग चार ओवर फेंकने ही होंगे।

दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध वनडे सीरीज खेलेंगे संजू : बीसीसीआइ के सूत्रों ने कहा, 'संजू सैमसन दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध वनडे में खेलेंगे क्योंकि चयनकर्ता जिंबाब्वे दौरे के बाद निरंतरता बनाए रखना चाहेंगे। इसके अलावा पंत को बाहर करने पर चर्चा नहीं हुई।'

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