एक बार फिर वर्ल्ड कप का सपना टूटा, ये है सेमीफाइनल में भारत की हार के वजह
इंग्लैंड ने गुरुवार को टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) के सेमीफाइनल मैच में भारत को 10 विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया. जहां उनका सामना 13 नवंबर को MCG में पाकिस्तान से होगा. इंग्लैंड ने 169 रन के टारगेट को बिना कोई विकेट गंवाए सिर्फ 16 ओवर में हासिल किया और भारत को 10 विकेट की करारी हार सौंपी. इसी के साथ टूर्नामेंट में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) एंड कंपनी का सफर खत्म हुआ. भारतीय टीम एक बार फिर आईसीसी इवेंट से बाहर हो गई है.
भारतीय बल्लेबाजी के अलावा गेंदबाजी और फील्डिंग पूरी तरह नाकाम रही इसलिए सेमीफाइनल (IND vs ENG) में टीम की हार के पांच कारणों पर नजर डालते हैं :
ओपनिंग जोड़ी का फेल होना
पूरे टूर्नामेंट में रोहित शर्मा और केएल राहुल की जोड़ी टीम के लिए एक साथ क्रीज पर खड़े होने में नाकाम रही है. नॉकआउट जैसे अहम मैच में भी दोनों ही बल्लेबाज टीम को एक अच्छी शुरुआत दिलाने में नाकाम रहे. जहां राहुल ने 5 गेंदों में 5 रन बनाए, वहीं रोहित ने 28 गेंदों में 27 रन की सुस्त पारी खेली. केएल राहुल ने पूरे टूर्नामेंट में अपनी 6 पारियों में 128 रन बनाए.
पावरप्ले में धीमी बल्लेबाजी
दो ओवर की चौथी गेंद पर राहुल के आउट होने के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली ने पूरे पावरप्ले के दौरान काफी धीमी बल्लेबाजी की, जिसकी वजह से भारत पर दबाव बना. पावरप्ले के 6 ओवर में भारत 38/1 के स्कोर पर खड़ा था. जिसमें रोहित ने 18 गेंद में 20 रन बनाए हुए थे और कोहली ने 13 गेंद पर 12 रन बनाकर क्रीज पर थे. बता दें कि रोहित ने पूरे टूर्नामेंट में अपनी 6 पारियों में सिर्फ 116 बनाए.
एडिलेड में छोटा स्कोर
ऑस्ट्रेलिया में एडिलेड ओवल का मैदान बड़े स्कोर के लिए जाना जाता है. धीमी शुरुआत ने वजह से टीम इंडिया ने 20 ओवर में 168 रन बनाए. विराट कोहली (Virat Kohli) और हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) के अलावा कोई बल्लेबाजी क्रीज पर टिक नहीं पाया. जो कहीं ना कहीं एक मजबूत स्कोर से 20 रन कम महसूस हुआ. खासकर इंग्लैंड की बल्लेबाजी के दौरान. विपक्षी टीम ने बहुत आसानी से भारत के इस टारगेट को हासिल किया.
इंग्लैंड की पॉवरफूल बल्लेबाजी
जहां एक ओर अधिकतर भारतीय बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए. वहीं इसके बिलकुल विपरीत इंग्लैंड के ओपनर बल्लेबाजों ने गेंदबाजों के धागे खोल दिए. जोस बटलर और एलेक्स हेल्स ने मिलकर इस टारगेट को सफलतापूर्वक चेज किया. बटलर ने 49 गेंद में 80 रन की पारी खेली, जिसमें 9 चौके और 3 छक्के शामिल रहे. वहीं हेल्स ने 47 गेंद पर 86 रन बनाए, जिसमें 4 चौके और 7 छक्के शामिल रहे.
गेंदबाजों ने किया निराश
पूरे मैच में भारतीय गेंदबाजों में आक्रामकता की कमी नजर आई. सभी गेंदबाजों ने जमकर रन लुटाए और एक भी विकेट निकालने में पूरी तरह नाकाम रहे. अर्शदीप सिंह और अक्षर पटेल जैसे युवा गेंदबाजों के साथ-साथ भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और आर अश्विन की अनुभव भी फेल रहा. जिसके कारण सिर्फ 16 ओवर में इंग्लैंड ने पूरे 10 विकेट से जीत हासिल की.