omg! 9 गेंद में कूटे 50 रन, लेकिन 'नेपाली' क्रिकेटर के तूफानी शतक ने लूट लिया मेला
सलामी बल्लेबाज जय बिस्टाके तूफानी शतक की बदौलत टीम ने प्लेट ग्रुप के मुकाबले में मेघालय को छह विकेट से रौंद दिया.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | उत्तराखंड क्रिकेट पिछले कुछ दिनों में विवादों के केंद्र में रहा. टीम के कोच वसीम जाफर (Wasim Jaffer) को बहुत ही बुरे तरीके से पद छोड़ना पड़ा और फिर मजहब की तरफदारी जैसे आरोपों का सामना करना पड़ा. लेकिन विजय हजारे ट्रॉफी के पहले मुकाबले में उत्तराखंड से जीत के साथ दस्तक दी है. सलामी बल्लेबाज जय बिस्टा (Jay Bista) के तूफानी शतक की बदौलत टीम ने प्लेट ग्रुप के मुकाबले में मेघालय को छह विकेट से रौंद दिया. मेघालय ने पहले खेलते हुए संजय यादव के आतिशी अर्धशतक की बदौलत छह विकेट पर 242 रन बनाए. उत्तराखंड ने इसके जवाब में 44.1 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया. ओपनर जय बिस्टा ने 119 गेंद में 18 चौकों और तीन छक्कों के सहारे 141 रन की पारी खेली. ऐसे में उत्तराखंड को पूरे चार अंक मिले.
जय बिस्टा पहले मुंबई के लिए खेला करते थे. लेकिन वसीम जाफर जब उत्तराखंड के कोच बने तो वे प्रोफेशनल खिलाड़ी के रूप में बिस्टा को यहां ले आए. मेघालय के खिलाफ मैच में यह खिलाड़ी अपने पूरे रंग में दिखा. उन्होंने मेघालय के गेंदबाजों पर मनमर्जी से शॉट लगाए. बिस्टा ने केवल 21 गेंद में ही चौके-छक्कों से 90 रन उड़ा दिए थे. कप्तान कुनाल चंदेला से उन्हें भरपूर सहयोग मिला. उन्होंने 55 रन की अर्धशतकीय पारी खेली. इस तरह से टीम को एक आसान जीत मिल गई.
छठे नंबर के संजय की तूफानी बैटिंग
इससे पहले मेघालय की टीम सम्माजनक स्कोर तक पहुंचने के लिए संघर्ष कर रही थी. टीम के टॉप ऑर्डर को अच्छी शुरुआत तो मिली लेकिन बड़ा स्कोर नहीं आया. कप्तान पुनीत बिष्ट (48), डी रवि तेजा (44) अच्छी शुरुआत को भुना नहीं पाए. ऐसे में छठे नंबर पर उतरे संजय यादव ने पारी को रफ्तार दी. उन्होंने 49 गेंद में दो चौकों और सात छक्कों से 81 रन कूट दिए. वे आखिरी ओवरों में जाकर आउट हुए. संजय पिछले सीजन में इस टीम के लिए काफी कारगर साबित हुए थे.
मुंबई में मौके नहीं मिलने पर उत्तराखंड गए
25 साल के जय बिस्टा ने घरेलू क्रिकेट में अच्छे-खासे रन बनाए हैं. उन्होंने 26 फर्स्ट क्लास मैच में 33 की औसत से 1486, 15 लिस्ट ए मैच में 42.14 की औसत से 590 और 28 टी20 मुकाबलों में 37.58 की औसत से 902 रन बनाए. वे इसी सीजन में मुंबई से उत्तराखंड शिफ्ट हुए हैं. वे मुंबई में लगातार मौके न मिलने से भी नाराज थे. बिस्टा ने कहा था कि पिछली सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मुंबई की ओर से छह मैच में सबसे ज्यादा 256 रन बनाए थे. लेकिन फिर भी पृथ्वी शॉ के लिए उन्हें बाहर बैठा दिया गया था. वे मूल रूप से नेपाल के रहने वाले हैं लेकिन उनका परिवार उनके पैदा होने से पहले ही मुंबई में आ गया था.