ओलंपिक: बजरंग पूनिया ने जीता पहला मुकाबला, क्वार्टर फाइनल में बनाई जगह

Update: 2021-08-06 03:59 GMT

टोक्यो ओलंपिक अपने आखिरी पड़ाव पर है. खेलों के इस महाकुंभ का आज 15वां दिन है. भारत के लिए ये दिन अहम होने वाला है. स्टार रेसलर बजरंग पुनिया ने आज अपने अभियान की शुरुआत की है. बजरंग पदक के दावेदार हैं. वह 65 किग्रा भार वर्ग में भारत की चुनौती पेश कर रहे हैं. इससे पहले महिला रेसलर सीमा बिस्ला प्री-क्वार्टर मुकाबला हार गईं.

ये मुकाबला 3-3 से बराबर था लेकिन बजरंग ने तकनीकी आधार पर जीत हासिल कर ली. बजंरग ने पहला पीरियड 3-1 से अपने नाम किया था. दूसरे पीरियड में बजरंग ने अकमातालिव की टांग पकड़कर फीतले दांव लगाने की कोशिश की, लेकिन दूसरी टांग हाथ में नहीं आने से चूक गए. आखिरी 30 सेकंड तक भी दूसरे पीरियड में बजरंग आगे थे, लेकिन अकमातालिव ने अचानक आक्रामक रुख के साथ दो बार 1-1 अंक जुटाकर बराबरी कर ली. आखिर में बजरंग को ज्यादा बड़ा दांव लगाने के चलते तकनीकी आधार पर विजेता घोषित किया गया. क्वार्टर फाइनल में उनका मुकाबला ईरान के Morteza CHEKA GHIASI के साथ होगा.
फाइनल में हार के साथ ही रवि दहिया का ओलंपिक में गोल्ड जीतने का सपना चकनाचूर हो गया. गौरतलब है कि ओलंपिक में सिर्फ अभिनव बिंद्रा ही व्यक्तिगत स्पर्धा में अबतक भारत के लिए गोल्ड जीत पाए हैं. अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक (2008) के 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में यह सुनहरी उपलब्धि हासिल की थी. टोक्यो खेलों में भारत का यह पांचवां पदक है.
रवि कुमार दहिया ओलंपिक में पदक जीतने वाले ओवरऑल पांचवें भारतीय पहलवान हैं. सबसे पहले पहलवान केडी जाधव ने हेलसिंकी ओलंपिक (1952) में भारत के लिए कांस्य पदक जीता था. इसके बाद पहलवान सुशील कुमार ने भारत के लिए बीजिंग ओलंपिक (2008) में कांस्य और लंदन ओलंपिक (2012) में रजत पदक अपने नाम किया था.सुशील के अलावा योगेश्वर दत्त भी लंदन ओलंपिक में कांस्य जीतने में सफल रहे थे. साक्षी मलिक ने 2016 के रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.

Tags:    

Similar News