Spotrs.खेल: बांग्लादेश से टेस्ट क्रिकेट में पहली बार हारने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम की खूब आलोचना हो रही है। शाहीन अफरीदी समेत पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों पर सवाल उठ रहे हैं। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने पाकिस्तान की तेज गेंदबाजों की गिरती स्पीड पर सवाल उठाए हैं। साथ ही कहा है कि अगस्त में खेलते वक्त स्पिनर्स की आवश्यकता होती है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पास अच्छे स्पिनर्स नहीं हैं। क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार राशिद लतीफ ने कहा कि पूरी दुनिया जानती थी कि पाकिस्तान की ताकत पेस है, लेकिन अब टीम के टॉप तेज गेंदबाज उस रफ्तार से गेंदबाजी नहीं करते। बांग्लादेश के खिलाफ हार की यह सबसे बड़ी वजह थी। तेज गेंदबाजों की पेस काफी गिर गई है। शाहीन अफरीदी नसीम शाह और खुर्रम शाहजाद शुरू में 145 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंद करते थे। अब वे 130 किलोमीटर प्रतिघंटे पर आ गए हैं। अगर इन तेज गेंदबाजों को चोट है तो इन्हें इसका खुलासा करना चाहिए।
पाकिस्तान का सपोर्ट स्टार अपना काम सही से नहीं कर रहा
राशिद लतीफ ने कहा कि इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर, भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस का उदाहरण देते हुए कहा कि चोटिल होने के बाद भी इन गेंदबाजों की पेस में गिरावट नहीं आई है। फिर पाकिस्तान के गेंदबाजों की पेस क्यों गिर रही है। इसके लिए ट्रेनर और फिजियो जिम्मेदार है। पाकिस्तान का सपोर्ट स्टार अपना काम सही से नहीं कर रहा है। 144 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंद करने वाला गेंद 128 किलोमीटर प्रतिघंटे पर आ गया।
इंग्लैंड में रहते हैं अजहर महमूद
राशिद लतीफ ने पाकिस्तान के सहायक कोच पर भी सवाल उठाए। उन्होंने जेसन गिलेस्पी अच्छे कोच हैं। उनके पास अनुभव है, लेकिन उपमहाद्वीप में विदेशियों के लिए पिच पढ़ना आसान नहीं है। लोकल स्टाफ को यह करना होता है। सहायक कोच अजहर महमूद को एक्सपर्ट होना चाहिए, लेकिन वह इंग्लैंड में रहते हैं। शान मसूद और बाबर आजम ने इन परिस्थितियों में खेला है और उन्हें इसके बारे में पता होना चाहिए था। उन्हें लगा कि घास उनके लिए कारगर साबित होगी, लेकिन यह उल्टा पड़ गया।
टर्निंग ट्रैक अब विकल्प नहीं
पांच दिवसीय मैच, वनडे और टी20 से अलग होते हैं। टेस्ट में हर सत्र अलग होता है। बांग्लादेश ने खुद को परिस्थितियों में अच्छी तरह से ढाला। अब पाकिस्तान के पास पहले जैसे बेहतरीन स्पिनर नहीं हैं, इसलिए टर्निंग ट्रैक अब विकल्प नहीं हैं। इसके बजाय पाकिस्तान गति पर भरोसा किया,लेकिन रणनीति उल्टी पड़ गई। हमारे गेंदबाजों ने बहुत शॉर्ट गेंदें फेंकी, जबकि बांग्लादेश ने फुलर गेंदों पर ध्यान केंद्रित किया और इससे सारा अंतर पैदा हुआ। उनके पास मेहदी हसन मिराज और शाकिब अल हसन जैसे बेहतरीन स्पिनर भी हैं। ताइजुल इस्लाम भी हैं।