लॉन्ग जंपर मुरली श्रीशंकर ने बुडापेस्ट वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप का टिकट जीता
भुवनेश्वर: भारतीय लॉन्ग जंपर और राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता मुरली श्रीशंकर ने रविवार को यहां 62वीं राष्ट्रीय अंतरराज्यीय सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के अंतिम से पहले वाले दिन शानदार प्रदर्शन किया और बुडापेस्ट विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया।
केरल के 24 साल के अंतरराष्ट्रीय एथलीट ने अपने शुरूआती प्रारंभिक दौर में 8.41 मीटर की छलांग लगाकर बुडापेस्ट विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप और हांगझाऊ एशियाई खेलों के क्वालीफिकेशन मार्क को पार कर लिया। उन्होंने 8.23 मीटर के अपने मीट रिकॉर्ड में भी सुधार किया।
भुवनेश्वर का कलिंगा स्टेडियम श्रीशंकर के लिए भाग्यशाली रहा है। उन्होंने पहली बार 2018 में इसी स्थल पर आठ मीटर का बैरियर तोड़ा था। उनके पिता सह कोच एस मुरली को उम्मीद थी कि सोमवार को होने वाले पदक दौर में उनका बेटा और सुधार करेगा। श्रीशंकर के पिता ने कहा, "वह फाइनल में बेहतर प्रदर्शन कर सकता है।"
जबकि विश्व चैम्पियनशिप योग्यता मार्क 8.25 मीटर था और एशियाई खेलों के लिए एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया योग्यता मानदंड 7.95 मीटर था। तमिलनाडु के जेसविन एल्ड्रिन, इस सीजन में एक और अग्रणी जम्पर, की योग्यता में सर्वश्रेष्ठ छलांग 7.83 मीटर थी। मार्च में जेसविन का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड 8.42 मीटर था। केरल के मुहम्मद अनीस याहिया (7.71 मीटर) भी फाइनल में पहुंचने वाले 12 एथलीटों में शामिल हैं। पुरुषों की लंबी कूद का फाइनल सोमवार को खासा आकर्षण रहने की उम्मीद है। सुबह के सत्र में महिलाओं की लंबी कूद क्वालिफिकेशन राउंड भी मुख्य आकर्षण रहा। अग्रणी तीन जम्पर्स-एंसी सोजन (6.49 मीटर) ने एशियाई खेलों के लिए क्वालीफिकेशन मार्क 6.45 मीटर हासिल किया। नयना जेम्स (6.31 मीटर) और शैली सिंह (6.27 मीटर) ने भी फाइनल में जगह बनायी जो सोमवार को होना है।
जंपिंग अखाड़े से दूर, पुरुष भाला फेंक क्वालिफिकेशन राउंड में ओडिशा के किशोर कुमार जेना ने अच्छा प्रदर्शन किया। उनका 79.96 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो एशियाई खेलों के क्वालीफिकेशन मार्क 78.23 मीटर से बेहतर था। शिवपाल सिंह (79.35 मी) और अनुज कलेरा (79.04 मी) अन्य दो थ्रो खिलाड़ी थे जिनका प्रारंभिक दौर का प्रदर्शन एशियाई खेलों के क्वालीफिकेशन राउंड से बेहतर था।
पोडियम के दो मुख्य दावेदार रोहित यादव (76.32 मीटर) और मनु डीपी (76.21 मीटर) क्वालिफिकेशन राउंड में क्रमश: चौथे और पांचवें स्थान पर रहे और फाइनल में पहुंचे। पुरुषों की 1500 मीटर ओपनिंग हीट में तीन धावक अजय कुमार सरोज (3:44.13 सेकेंड), यूनुस शाह (3:44.22 सेकेंड) और सच्चेलाल पटेल (3:44.33 सेकेंड) ने एशियाई खेलों के क्वालीफिकेशन समय 3:47.84 सेकेंड के अंदर प्रदर्शन किया।
ओलंपियन और राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक जिनसन जॉनसन ने फाइनल में पहुंचने के लिए तीसरी हीट में 3:48.83 सेकंड का समय निकाला। महिलाओं के 800 मीटर फाइनल में कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है। पदक की मजबूत दावेदार मानी जाने वाली केएम दीक्षा और हरमिलन बैंस दोनों के लिए फाइनल राउंड तक पहुंचना आसान था। केएम चंदा और लिली दास अन्य दो प्रमुख धावक थीं जिन्होंने पदक दौर में प्रवेश किया। तमिलनाडु की आर विथ्या रामराज ने भी महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ क्वालीफिकेशन राउंड में 57.23 सेकेंड का समय निकालकर अच्छा प्रदर्शन किया जो एशियाई खेलों के क्वालीफिकेशन मार्क 57.48 सेकेंड से बेहतर था।
पुरुषों के शॉट पुट का प्रारंभिक दौर भारत के स्टार थ्रो खिलाड़ी तजिंदरपाल सिंह तूर के लिए भी आसान रहा। असम के अमलान बोगोर्हेन (21.37 सेकेंड) 200 मीटर हीट में सबसे तेज पुरुष धावक बने। उत्तर प्रदेश के आकाश कुमार (21.48 सेकेंड) फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे सबसे तेज धावक थे। महिलाओं की 200 मीटर फाइनल में ओडिशा की श्रबानी नंदा पर निगाहें होंगी। उन्होंने हीट में 24.31 सेकेंड का समय निकाला।