महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को हमेशा रहेगा इन 2 बातों का मलाल...खुद किया बड़ा खुलासा

क्रिकेट के खेल में अब तक के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक सचिन तेंदुलकर क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल बल्लेबाज हैं।

Update: 2021-05-30 03:42 GMT

क्रिकेट के खेल में अब तक के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक सचिन तेंदुलकर क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल बल्लेबाज हैं। 100 अंतरराष्ट्रीय शतक, 200 टेस्ट मैच, 463 वनडे, 24 साल से अधिक के करियर में 34 हजार से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड आज भी अटूट है, लेकिन मास्टर ब्लास्टर को अपने करियर में दो बातों का मलाल हमेशा रहेगा। इसका खुलासा उन्होंने क्रिकेट छोड़ने के करीब एक दशक बाद किया है।

सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट डॉट कॉम से बात करते हुए बताया है कि उनको अपने जीवन में किन दो बातों का मलाल रहेगा। महान बल्लेबाज ने बताया कि उनको पहला मलाल तो इस बात का रहेगा कि वे कभी भी भारत के महान बल्लेबाजों में शुमार सुनील गावस्कर के साथ नहीं खेल पाए और दूसरा मलाल इस बात का रहेगा कि वे कभी वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज विव रिचर्ड्स के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बल्लेबाजी नहीं कर पाए।

तेंदुलकर ने बताया, "मुझे दो बातों का पछतावा है। पहला यह कि मैं सुनील गावस्कर के साथ कभी नहीं खेला। जब मैं बड़ा हुआ तो मिस्टर गावस्कर मेरे बल्लेबाजी हीरो थे और एक टीम के हिस्से के रूप में उनके साथ नहीं खेलना एक अफसोस है। मेरे पदार्पण से कुछ साल पहले सुनील गावस्कर ने रिटायरमेंट ले लिया था।" दूसरे पछतावे के बारे में उन्होंने बताया कि वे काउंटी क्रिकेट के मैच में विवियन रिचर्ड्स के खिलाफ खेले, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं।
क्रिकेट के भगवान ने आगे बताया, "मेरा दूसरा अफसोस मेरे बचपन के हीरो सर विवियन रिचर्ड्स के खिलाफ नहीं खेलने का है। मैं भाग्यशाली था कि मैं उनके खिलाफ काउंटी क्रिकेट में खेल पाया, लेकिन मुझे अब भी उनके खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय मैच में खेलने में सक्षम नहीं होने का अफसोस है। भले ही सर रिचर्ड्स 1991 में सेवानिवृत्त हो गए और हमारे करियर में कुछ साल ओवरलैपिंग के हैं, लेकिन हमें एक-दूसरे के खिलाफ खेलने का मौका नहीं मिला।"


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