गुरुवार को टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने सभी को चौंकाते हुए फटाफट क्रिकेट की कप्तानी छोड़ना का ऐलान किया। कोहली ने ट्विटर पर घोषणा की कि वह यूएई और ओमान में खेले जाने वाले टी-20 विश्व कप के बाद क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट की कप्तानी त्याग देंगे। कई पूर्व क्रिकेटर्स ने विराट के इस फैसले को सही करार दिया था और उम्मीद जताई थी कि कोहली बतौर कप्तान भारत को टी-20 वर्ल्ड कप में चैंपियन बनाकर विदाई लेंगे। हालांकि, टीम इंडिया को पहला वर्ल्ड कप दिलाने वाले पूर्व कप्तान कपिल देव विराट के इस फैसले से हैरान हैं। कपिल का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि कोहली अचानक से ऐसा कदम उठाएंगे।
'एबीपी न्यूज' के साथ बातचीत करते हुए कपिल देव ने कहा, 'मैं ऐसा कभी नहीं सोचा था। लेकिन, आजकल के दिनों में, मुझे यह काफी अजीब लगता है कि क्रिकेटर्स खुद से सारे फैसले कर लेते हैं। मुझे लगता है कि इस पर सिलेक्टर्स को भी कुछ कहना चाहिए। मेरे हिसाब से क्रिकेटर्स को इतना बड़ा निर्णय लेने से पहले सिलेक्टर्स और उससे भी पहले बोर्ड के पास जाना चाहिए। मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है। इतनी जल्दी इसका ऐलान करने की कोई जरूरत नहीं थी। वह एक लाजवाब खिलाड़ी हैं। अगर एक सीजन खराब चला गया तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह एक महान खिलाड़ी और कप्तान नहीं रहे।'
कपिल देव ने आगे कहा, 'अगर उन्होंने इसको लेकर सिलेक्टर्स से बात की और यह फैसला लिया तो कोई ठीक है। यह उनका निजी फैसला है। मुझे उसमें कुछ नहीं कर सकता हूं। क्रिकटर्स आजकल खुद से अपने निर्णय लेने लग गए हैं। सिर्फ यही कहना चाहता हूं कि शाबाश आपने देश का बेहतरीन तरीके से प्रतिनिधत्व किया। मैं आपको आपके बचे हुए करियर के लिए शुभकामनाएं देता हूं।' विराट ने अपने ट्विटर पर वर्कलोड का हवाला देते हुए टी-20 कप्तानी छोड़ना का ऐलान किया था।
विराट ने अपने ट्विटर पर लिखा था, 'मैं काफी भाग्यशाली रहा कि मुझे ना सिर्फ इंडिया, बल्कि इंडियन क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व करना का मौका मिला। मैं उन सभी को धन्यवाद कहना चाहता हूं जिन्होंने भारतीय कप्तान के तौर पर यात्रा में मेरा सपोर्ट किया। मैं यह उनके बिना नहीं कर सकता था- मेरे साथी खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ, सिलेक्शन कमिटी, मेरे कोच और हर वह भारतीय जिसने हमको जीत दिलाने के लिए प्रार्थना की। यह समझते हुए कि वर्कलोड एक महत्वपूर्ण चीज है और मेरे पिछले 8 से 9 साल से तीन फॉर्मेट खेलने और साथ में 5-6 साल से कप्तानी करने के वर्कलोड को देखते हुए, मुझे लगता है कि मेरे को खुद को स्पेस देना चाहिए ताकि मैं इंडियन क्रिकेट टीम की वनडे और टेस्ट में कप्तानी करने के लिए पूरी तरह से तैयार रह सकूं। मैंने टी-20 कप्तान रहते हुए टीम को अपना सबकुछ दिया है और मैं आगै भी एक टी-20 बल्लेबाज के तौर पर ऐसा करता रहूंगा।'