झारखंड और नागालैंड : रणजी ट्रॉफी 2021-22 के प्री-क्वार्टर फाइनल में टूटा32 साल पुराना एक रिकॉर्ड
झारखंड और नागालैंड के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में जारी रणजी ट्रॉफी 2021-22 के प्री-क्वार्टर फाइनल में 32 साल पुराना एक रिकॉर्ड टूटा है।
झारखंड और नागालैंड के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में जारी रणजी ट्रॉफी 2021-22 के प्री-क्वार्टर फाइनल में 32 साल पुराना एक रिकॉर्ड टूटा है। नागालैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया, यह निर्णय उन पर इतना भारी पड़ा कि झारखंड ने लगभग ढाई दिन बल्लेबाजी की और 880 रन बोर्ड पर लगा दिए। जी हां, इस दौरान कुमार कुशाग्र ने दोहरा शतक जड़ा, वहीं विराट सिंह और शहबाज नदीम ने शतकीय पारी खेली। नागालैंड ने झारखंड को ऑलआउट करने के लिए 203.4 ओवर गेंदबाजी की। इमलीवती लेमटुर ने सबसे अधिक 4 विकेट लिए।झारखंड ने इसी के साथ रणजी ट्रॉफी मुकाबले की एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में 32 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा, हालांकि वह इतिहास रचने से 65 रनों से चूक गए।
रणजी ट्रॉफी मुकाबले की एक पारी में सबसे ज्यादा रन
944/6 D- हैदराबाद बनाम आंध्र प्रदेश 1993/94
912/6 D- तमिलनाडु बनाम गोवा 1988/89
912/8 D- मध्यप्रदेश बनाम कर्नाटक 1945/46
880/10 - झारखंड बनाम नागालैंड 2021/22 *
855/6 D- मुंबई बनाम हैदराबाद 1990/91
झारखंड को इस मैच में शुरुआत तो अच्छी मिली, मगर टॉप 4 बल्लेबाजों में से एक ही खिलाड़ी अर्धशतक बनाने में कामयाब रहा। ऐसे में रन बनाने का जिम्मा लोअर मिडिल ऑर्डर और निचले क्रम के बल्लेबाजों ने उठाया। नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने आए विराट सिंह ने 153 गेंदों पर 13 चौकों की मदद से 107 रनों की पारी खेली। वहीं नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने उतरे विकेट कीपर बल्लेबाज कुमार कुशाग्र ने तो दोहरा शतक ही ठोक दिया।
कुशाग्र ने 270 गेंदों का सामना करते हुए 37 चौकों और दो छक्कों की मदद से 266 रनों की पारी खेली। कुशाग्र जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 7 विकेट के नुकसान पर 655 रन था, मगर झारखंड की टीम इतने से ही संतुष्ट नहीं होने वाली थी।
8वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे शहबाज नदीम ने भी आकर शतक ठोका, नदीम ने 304 गेंदों पर 22 चौकों और दो छक्कों की मदद से 177 रन की शानदार पारी खेली। अब सवाल उठता है कि झारखंड ने इतने रन क्यों बनाए?
झारखंड द्वारा इतने रन बनाने का ये है कारण
दरअसल, रणजी ट्रॉफी के लिए बीसीसीआई का नियम ये है कि अगर जो टीम पहली पारी में ज्यादा स्कोर करती है, तो मुकाबले ड्रॉ होने पर उसको ज्यादा अंक मिलेंगे और नॉकआउट मैचों में दूसरी टीम का सफर समाप्त हो जाएगा। इसी वजह से झारखंड की टीम ने विशाल स्कोर खड़ा किया है, जिससे कि नागालैंड की टीम को कम से कम पहली पारी में इस स्कोर से कम पर आउट किया जाए और ड्रॉ होने की स्थिति में क्वार्टर फाइनल का टिकट हासिल किया जाए।