अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति पर मानवाधिकार उल्लंघन की उपेक्षा करने का लगा आरोप

तिब्बतियों और अन्य समूहों का प्रतिनिधित्व कर रहे एक मानवाधिकार समूह ने अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति पर 2022 शीतकालीन खेलों की मेजबानी की तैयारी में जुटे बीजिंग में मानवाधिकार उल्लंघन की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है

Update: 2020-12-23 13:41 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |  तिब्बतियों और अन्य समूहों का प्रतिनिधित्व कर रहे एक मानवाधिकार समूह ने अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति पर 2022 शीतकालीन खेलों की मेजबानी की तैयारी में जुटे बीजिंग में मानवाधिकार उल्लंघन की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। चीन में जातीय अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व करने वाले इस समूह ने आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक और आईओसी सदस्य जुआन अंतोनियो समारांच जूनियर को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि आईओसी ने चीनी अधिकारियों द्वारा किये जा रहे व्यापक और सुनियोजित मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर आंखें मूंद रखी है।


इस समूह ने तीन महीने पहले एक खुला पत्र लिखकर आईओसी से बीजिंग से मेजबानी वापिस लेने को कहा था। आईओसी ने यह कहकर चीन को 2008 के ओलंपिक की मेजबानी दी थी कि इससे वहां मानवाधिकारों की स्थिति बेहतर होगी। इस समूह ने आईओसी से कहा कि अब वहां मानवाधिकार संबंधी हालात 12 वर्ष पहले से बदतर हैं और चीन में तानाशाही का साम्राज्य है। शीतकालीन ओलम्पिक खेल एक अन्तरराष्ट्रीय बहु-खेल प्रतियोगिता है जिसका आयोजन 2022 में चीन की राजधानी बीजिंग में होना है। इससे पहले बीजिंग 2008 के ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक खेलों का भी आयोजन कर चुका है।


बीजिंग विश्व का पहला और एकमात्र नगर है जो ओलम्पिक खेलों के दोनों रूपान्तरों (ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन) की मेजबानी कर चुका है। शीतकालीन खेलों की मेजबानी करने वाला बीजिंग अब तक का सबसे बड़ा नगर भी होगा। इन खेलों का आयोजन 4 फरवरी से 20 फरवरी 2022 तक के बीच किया जाएगा। चीन में आयोजित होने वाला यह पहला शीतकालीन ओलम्पिक खेल होगा। इन खेलों का अनुमानित बजट 3.9 अरब डॉलर है, जबकि 2008 में चीन में ही आयोजित ग्रीष्मकालीन खेलों में 43 अरब डॉलर व्यय किए गए थे।


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