भारतीय महिला हॉकी टीम: रानी के पिता ने नहीं की कभी समाज की परवाह ऐसे बनाया बेटी को हॉकी प्लेयर, जानिए पूरा इतिहास

आज से करीब 15 साल पहले अगर रानी रामपाल के पिता रामपाल ने समाज के तानों, सामाजिक बहिष्कार की धमकियों और समाज के ठेकेदारों की परवाह की होती तो आज भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तानी कर रहीं रानी रामपाल का नाम शायद कहीं नहीं होता, लेकिन बेटी पर विश्वास और समाज से लड़ने का दम रखने वाले रानी रामपाल के पिता रामपाल और माता राम मूर्ति की मेहनत रंग लाई और आज रानी पूरे हिंदुस्तान की हॉकी की रानी बन चुकी हैं.

Update: 2021-08-02 14:49 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :-  टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए अगस्त का महीना काफी अच्छा रहा है. जहां पहले दिन बैडमिंटन से शटलर पीवी सिंधु और भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने खुशखबरी दी तो वहीं दूसरे दिन महिला हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में पहुंचकर सभी को चौंका दिया. ओलंपिक के इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम ने क्वार्टरफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से पराजित कर दिया. भारतीय महिला हॉकी टीम का नेतृत्व कर रहीं रानी रामपाल समेत सभी खिलाड़ियों के घरों में जीत के बाद जश्न जैसा माहौल हो गया.

हॉकी का मक्का कहा जाता है शाहाबाद
हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहाबाद उपमंडल में लोग काफी खुश दिखाई दिए. दरअसल, शाहाबाद को हॉकी का मक्का भी माना जाता है. ओलंपिक गई टीम में कप्तान रानी रामपाल समेत तीन खिलाड़ी शाहाबाद की ही रहने वाली हैं. जैसे ही खिलाड़ियों के घर पर लोगों को जानकारी मिली की भारतीय महिला हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है, उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद शाहाबाद में कप्तान रानी रामपाल के घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया.
रानी के पिता ने नहीं की कभी समाज की परवाह
आज से करीब 15 साल पहले अगर रानी रामपाल के पिता रामपाल ने समाज के तानों, सामाजिक बहिष्कार की धमकियों और समाज के ठेकेदारों की परवाह की होती तो आज भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तानी कर रहीं रानी रामपाल का नाम शायद कहीं नहीं होता, लेकिन बेटी पर विश्वास और समाज से लड़ने का दम रखने वाले रानी रामपाल के पिता रामपाल और माता राम मूर्ति की मेहनत रंग लाई और आज रानी पूरे हिंदुस्तान की हॉकी की रानी बन चुकी हैं.
कुरुक्षेत्र के शाहाबाद की रहने वालीं भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल का कप्तान तक का सफर इतना आसान नहीं था. गरीब घर में पैदा हुईं रानी को बचपन में समाज द्वारा हॉकी खेलने से रोका गया था. उनके माता-पिता पर दबाव डाला गया कि लड़कियां निक्कर और टी-शर्ट में भला किस तरह मैदान में खेल सकती है लेकिन रानी का हौसला और मां-बाप का रानी के प्रति विश्वास इतना अधिक था कि आज रानी भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान हैं और 135 करोड़ से अधिक हिंदुस्तानियों की उम्मीद बन चुकी हैं.
घोड़ा गाड़ी चलाते थे कप्तान रानी के पिता
रामपाल के पिता रामपाल एक घोड़ा गाड़ी चलाते थे, लेकिन कभी भी उन्होंने रानी की डाइट और उसकी प्रैक्टिस में रुकावट नहीं आने दी. रानी की मां अपनी बेटी को हर रोज सुबह 4:00 बजे मैदान छोड़कर आती थीं. वहां पर खेलने के बाद घर वापस लाते समय तक यह क्रम यूं ही चलता रहता. जब रानी पहली बार भारतीय जूनियर हॉकी टीम में खेलीं, तब उनके मां-बाप को लगा कि अब उनकी बेटी उनका और हरियाणा का नाम रोशन करेगी. रानी का घर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से भरा पड़ा है. रानी रामपाल को कई अवॉर्ड्स से सम्मानित किया जा चुका है.
नाम के साथ पिता का नाम आखिर क्यों जोड़ा
वहीं, रानी ने अपने नाम के साथ अपने पिता का नाम रामपाल जोड़ा, क्योंकि रानी के पिता रामपाल ही थे, जिन्होंने समाज की बिल्कुल भी परवाह नहीं की थी. उन्होंन अपनी बेटी को हॉकी खेलने के लिए प्रोत्साहित किया. वहीं, रानी की मां राम मूर्ति का कहना है कि रानी बचपन से हिम्मती, पक्के इरादे वाली और मेहनत करने वाली लड़की रही है. रानी की शादी के बारे में जब बात की गई तो रानी की मां का कहना है की रानी अभी सिर्फ खेल पर ध्यान देना चाहती हैं.
हरियाणा के गृह मंत्री विज ने की कप्तान रानी से बात
वहीं, टोक्यो में इतिहास रचने वाली महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल से हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने भी बातचीत की. विज ने ऐतिहासिक जीत के लिए टीम को दी बधाई दी. उन्होंने कहा कि कप्तान का आत्मविश्वास भारतीय महिला हॉकी टीम को ओलंपिक के अंतिम.पड़ाव तक जरूर लेकर जाएगा. उन्होंने कहा, ''इस बार टीम में 9 खिलाड़ी हरियाणा की रहने वाली हैं. यदि टीम गोल्ड जीतकर देश लौटती है तो फिर छह करोड़ रुपये और इनाम के तौर पर नौकरी दी जाएगी.'' मीडिया से बातचीत में गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पुरुष और महिला हॉकी टीम ने ओलंपिक में इतिहास रचा है. विज ने बताया कि रानी रामपाल से उनकी बात हुई है और टीम पूरे जोश में है.


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