भारतीय कोच राहुल द्रविड़ ने सेमीफाइनल में बदलाव के दिए संकेत, इस खिलाड़ी को मिल सकता है मौका
मेलबर्न। ऋषभ पंत ने जिंबाब्वे के खिलाफ निराशाजनक प्रदर्शन किया लेकिन मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के लिए यह चिंता का विषय नहीं है और उन्होंने संकेत दिए इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार को होने वाले टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को मौका मिल सकता है.
पंत को पहले चार मैचों में मौका नहीं दिया गया था, जिनमें दिनेश कार्तिक को उतारा गया था जो कि संभवत अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे हैं. कार्तिक इस टूर्नामेंट में 'फिनिशर' की भूमिका निभा रहे हैं. कार्तिक ऑस्ट्रेलिया कि गेंदबाजों के अनुकूल पिचों पर नहीं चल पाए जिसके कारण पंत को मौका दिया गया.
द्रविड़ ने जिंबाब्वे के खिलाफ 71 रन से जीत के बाद कहा कि मुझे नहीं लगता कि हमें एक मैच के आधार पर खिलाड़ी का आकलन करना चाहिए. हम उन्हें खिलाते हैं या नहीं यह एक मैच के प्रदर्शन पर आधारित नहीं होता है. पंत ने जिंबाब्वे के खिलाफ मैच में केवल तीन रन का योगदान दिया. द्रविड़ ने पर्याप्त संकेत दिए कि पंत को उतारने का फैसला कुछ खास कारणों से ही नहीं लिया जाएगा क्योंकि वह संभवत: इसे सेमीफाइनल में लेकर स्पिनर आदिल राशिद के 'मैच अप' के रूप में देख रहे हैं.
द्रविड़ ने कहा कि कई बार मैच अप को ध्यान में रखकर ऐसा किया जाता है. हमें यह देखने की जरूरत होती है किसी खास गेंदबाज के खिलाफ हमें किस तरह के कौशल की जरूरत पड़ेगी. इसलिए इस तरह के फैसलों में कई तरह की चीजें जुड़ी होती हैं. उन्होंने फिर से दोहराया टीम प्रबंधन ने पंत पर से कभी भरोसा नहीं खोया था. द्रविड़ ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमने कभी पंत पर से भरोसा खोया. हमें टीम में शामिल सभी 15 खिलाड़ियों पर पूरा भरोसा है लेकिन केवल 11 खिलाड़ी खेल सकते हैं और यह संयोजन पर निर्भर करता है.
उन्होंने कहा कि अगर वह यहां है और विश्वकप टीम का हिस्सा है तो इसका मतलब है कि हमें उन पर बहुत भरोसा है. इसका मतलब है कि उन्हें किसी भी समय अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है. मुख्य कोच ने कहा कि आप केवल एक मैच में 11 खिलाड़ियों के साथ ही खेल सकते हैं. ऐसे में कुछ खिलाड़ियों को बाहर रहना पड़ता है. ऋषभ भी इनमें से एक है. उसने नेट्स पर काफी बल्लेबाजी की है तथा उसने विकेटकीपिंग का भी जमकर अभ्यास किया है ताकि वह तैयार रहे. द्रविड़ बाएं हाथ के स्पिनर सीन विलियम्स के खिलाफ पंत के रवैए से खुश हैं भले ही वह अपने शॉट को सही तरह से नहीं खेल पाए थे.
उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर आज उसका रवैया काम नहीं आया लेकिन मैं इससे परेशान नहीं हूं क्योंकि मुझे लगता है कि उसने सही फैसला किया था. उसकी भूमिका बाएं हाथ के स्पिनर पर हावी होकर खेलना था और उसने ऐसा किया. कभी आप इसमें सफल होते हैं तो कभी नाकाम. द्रविड़ ने इसके साथ ही था कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर जानबूझकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया क्योंकि एडिलेड में होने वाले सेमीफाइनल से पहले वह स्कोर का बचाव करने के बारे में सोच रहे थे.
उन्होंने कहा कि कुछ चीजें जो हम करना चाहते थे उनमें मौका मिलने पर पहले बल्लेबाजी करना भी शामिल था. निश्चित तौर पर इसके लिए हमारा टॉस जीतना जरूरी था. हमने यहां पाकिस्तान के खिलाफ पहले गेंदबाजी की थी लेकिन अब हम यह देखना चाहते थे कि इस तरह की परिस्थितियों में हम स्कोर का बचाव कैसे करते हैं. इसके साथ ही द्रविड़ यह भी चाहते थे कि उनके बल्लेबाज पूरे 20 ओवर तक बल्लेबाजी करें.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा हमें यह भी लगा कि अगर हम पहले बल्लेबाजी करते हैं तो हमें सभी 20 ओवर खेलने का मौका मिलेगा. द्रविड़ से जब एडिलेड ओवल में युजवेंद्र चहल को मौका दिए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जैसा मैंने पहले कहा कि सभी 15 खिलाड़ियों को लेकर हमारी राय स्पष्ट है. हमारा मानना है कि जो 15 खिलाड़ियों में शामिल है उसके रहने से हम किसी तरह से कमजोर नहीं होते हैं.
भारतीय कोच ने कहा कि एडिलेड की पिच को देखने के बाद ही अंतिम एकादश के बारे में फैसला किया जाएगा क्योंकि इस मैदान पर बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच खेले गए मैच में स्पिनरों ने अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने कहा कि हम वहां जाकर परिस्थितियों को देखने के बाद फैसला करेंगे. हमने वहां आज (रविवार को पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच) मैच में देखा कि पिच थोड़ा धीमा खेल रही है तथा गेंद टर्न भी ले रही है.