भारतीय बल्लेबाज ने स्विंग के खिलाफ किया प्रहार, WTC Final के तीसरे दिन का खेल होगा अहम
साउथैंप्टन की सुबह चमकदार थी, लेकिन धीरे-धीरे फिर बादल छाए और एजेस बाउल स्टेडियम स्विंगिस्तान में तब्दील हो गया।
साउथैंप्टन की सुबह चमकदार थी, लेकिन धीरे-धीरे फिर बादल छाए और एजेस बाउल स्टेडियम स्विंगिस्तान में तब्दील हो गया। पिछले दो दिन से हो रही बारिश के कारण पिच पर नमी थी और इसी को देखते हुए न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में टॉस जीतकर गेंदबाजी का निर्णय किया और पांच तेज गेंदबाजों को मैदान पर उतारा।
ट्रेंट बोल्ट, टिम साउथी, नील वैगनर और काइल जैमीसन ही नहीं, ऑलरांउडर कोलिन डि ग्रैंडहोम की गेंदें भी ऐसे बलखा रही थीं, जैसे बीन के आगे सांप नाच रहा हो। हालांकि, इसके बावजूद पहले शुभमन गिल (28) और रोहित शर्मा (34), बाद में विराट कोहली (नाबाद 44) और अजिंक्य रहाणे (नाबाद 29) डटे रहे। चेतेश्वर पुजारा आठ रन बनाकर आउट हुए। खराब रोशनी के कारण जब दूसरे दिन का खेल खत्म हुआ तो भारत ने 64.4 ओवर में तीन विकेट पर 146 रन बना लिए थे।
पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ने के बाद दूसरे दिन बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम के ओपनरों ने पहले विकेट के लिए 62 रनों की साझेदारी की। यह स्र भले ही कम लग रहा हो लेकिन जिस तरह गेंद हिल रही थी उसके हिसाब से ओपनिंग साझेदारी काफी महत्वपूर्ण रही। इसके बाद कप्तान कोहली और उप कप्तान अंजिक्य रहाणे ने चौथे विकेट की साझेदारी के लिए 58 रन जोड़ लिए हैं। कोहली ने पहले सत्र में ही बल्लेबाजी की कमान संभाली तो रहाणे ने दूसरे सत्र में चेतेश्वर पुजारा (54 गेंदों पर आठ रन) के ट्रेंट बोल्ट (1/32) की इनस्विंगर पर एलबीडब्ल्यू होने के बाद क्रीज पर कदम रखा था।
कोहली का सिर्फ एक चौका : भारत ने पहले सत्र में दो विकेट 69 रन बनाए थे लेकिन, दूसरे सत्र में वह 27.3 ओवर में 51 रन ही जोड़ पाया और इसका सबसे बड़ा कारण था, कीवियों की बेहद अनुशासित गेंदबाजी। कोहली ने उन्हें पूरा सम्मान दिया। उन्होंने कोलिन डि ग्रैंडहोम के लगातार तीन ओवर मेडन खेले। पुजारा ने 36वीं गेंद पर अपना खाता खोला। कोहली ने अपनी प्रतिबद्धता और दृढ़ता का अच्छा परिचय दिया। उन्होंने शाट खेलने के लिए ढीली गेंदों का इंतजार किया। रहाणे ने भी अपने कप्तान का अनुसरण किया लेकिन, उन्होंने कुछ आकर्षक शाट भी लगाए। रहाणे अब तक चार चौके लगा चुके हैं जबकि कोहली ने केवल एक बार गेंद बाउंड्री तक पहुंचाई।
इससे पहले इंग्लैंड में पहली बार टेस्ट मैचों में पारी का आगाज करने वाले रोहित और गिल स्पष्ट रणनीति के साथ क्रीज पर उतरे थे। उन्होंने बोल्ट और टिम साउथी के सामने इसे अच्छी तरह से लागू भी किया। रोहित, बोल्ट की इनस्विंगर से निपटने के लिए खुले स्टांस के साथ खेल रहे थे, जबकि गिल साउथी की आउटस्विंगर से पार पाने के लिए अपनी क्रीज से थोड़ा बाहर खड़े थे।
गिल ने बोल्ट की गेंद पुल करके भारत की तरफ से पहला चौका लगाया। जिसके बाद रोहित ने साउथी पर दो चौके लगाए। गिल ने काइल जेमिसन (1/14) का स्वागत उनकी इन स्विंगर को चार रन के लिए भेजकर किया। पहले 11 ओवर में एक भी मेडन नहीं था लेकिन अगले तीन ओवरों में कोई रन नहीं बना। जेमिसन ने में रोहित को आउट करके न्यूजीलैंड को पहली सफलता दिलाई। वैगनर ने अपने पहले ओवर में कोण लेती गेंद पर गिल को विकेटकीपर बीजे वाटलिंग के हाथों कैच कराया।