डबलिन। पहले दो मैच जीतकर उत्साह से ओतप्रोत भारतीय टीम आयरलैंड के खिलाफ बुधवार को यहां होने वाले तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में अपने रिजर्व खिलाड़ियों को मौका देकर तीन मैचों की श्रृंखला में क्लीन स्वीप करने के लिए उतरेगी। कप्तान जसप्रीत बुमराह को इस मैच में गेंदबाजी के अपने कार्यभार और टीम की ‘ बेंच स्ट्रैंथ’ के साथ तालमेल बिठाना होगा। बुमराह ने पहले दोनों मैचों में आठ ओवर किए जिनमें वह सहज नजर आए।
बुमराह और प्रसिद्ध कृष्णा जितनी अधिक गेंदबाजी करेंगे उतनी उनकी फिटनेस बेहतर होगी और वह एशिया कप में पाकिस्तान जैसी टीमों का सामना करने के लिए अच्छी लय में होंगे। लेकिन कप्तान और कार्यवाहक कोच सितांशु कोटक को यह भी ध्यान रखना होगा कि भारत को एशियाई खेलों में भी भाग लेना है और ऐसे में इस दौरे पर गए रिजर्व खिलाड़ियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। भारत श्रृंखला में 2-0 से आगे है और ऐसे में टीम प्रबंधन के पास आवेश खान, जितेश शर्मा और शाहबाज अहमद जैसे खिलाड़ियों को आजमाने का मौका है। आवेश वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 श्रृंखला के लिए भी टीम का हिस्सा थे और इस तरह से उन्हें लगातार सात मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला है।
ऐसे में अगर उन्हें बाहर रखा जाता है तो वह बिना मैच अभ्यास के एशियाई खेलों में भाग लेंगे जो टीम और इस तेज गेंदबाज दोनों के लिए अच्छा नहीं होगा। भारतीय टीम प्रबंधन अगर संजू सैमसन को विश्राम देकर जितेश शर्मा को मौका देता है तो तभी बल्लेबाजी क्रम में बदलाव होगा। सैमसन हालांकि इस टीम में सीनियर खिलाड़ी हैं और वह बाहर नहीं बैठना चाहेंगे क्योंकि विश्व कप के लिए टीम में उनकी जगह अभी पक्की नहीं है। तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को लगातार मौके मिल रहे हैं लेकिन उनके प्रदर्शन में निरंतरता का अभाव है। ऐसी स्थिति में तीसरे मैच में आवेश खान या मुकेश कुमार को आजमाया जा सकता है।