भारत ऐसा स्थान है जहां विदेशी बल्लेबाजों के लिए सफलता हासिल करना मुश्किल : बेन स्टोक्स

भारत में स्पिनरों की मददगार पिचों को लेकर चर्चा को दरकिनार करते हुए इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने कहा कि टेस्ट खिलाड़ियों को हर तरह की परिस्थितियों में खेलने का आदी होना चाहिए

Update: 2021-02-23 06:52 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |   India vs England: भारत में स्पिनरों की मददगार पिचों को लेकर चर्चा को दरकिनार करते हुए इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने कहा कि टेस्ट खिलाड़ियों को हर तरह की परिस्थितियों में खेलने का आदी होना चाहिए। मोटेरा में नए सिरे से तैयार किए गए मैदान की पिच कैसा व्यवहार करेगी, यह स्टोक्स को पता नहीं है, लेकिन उनका मानना है कि शीर्ष स्तर के क्रिकेटरों को हर तरह की परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

इंग्लैंड की टीम के हरफनमौला खिलाड़ी बेन स्टोक्स ने एक अखबार के कॉलम में लिखा, "एक टेस्ट बल्लेबाज होने का मतलब है कि आपको हर तरह की परिस्थिति का सामना करने में सक्षम होना चाहिए। भारत ऐसा स्थान है जहां विदेशी बल्लेबाजों के लिए सफलता हासिल करना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन इंग्लैंड में भी ऐसा होता है और यह चुनौती खेल का हिस्सा है और इसलिए हम इसे पसंद करते हैं।"
भारत में टर्निंग विकेट वर्तमान सीरीज के दौरान चर्चा का विषय बन गए हैं और माइकल वॉन जैसे इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ियों ने सवाल उठाए हैं कि क्या इस तरह के विकेट टेस्ट क्रिकेट के लिए आदर्श हैं। भारत ने चेन्नई में दूसरा टेस्ट 317 रन से जीतकर चार मैचों की सीरीज बराबर कराई। स्टोक्स ने उस मैच में केवल दो ओवर किए, जो चर्चा का हिस्सा है।
स्टोक्स ने इस बारे में कहा, "इस तथ्य पर बहुत अधिक गौर करने की जरूरत नहीं है कि मैंने दूसरे मैच में अधिक ओवर नहीं किए। अगर यह घसियाली पिच होती तो निश्चित तौर पर मैं अधिक ओवर करता। मुझे लगता है कि दूधिया रोशनी में खेले जाने वाले अगले मैच में गेंदबाजी करने के लिए मेरे पास कई अन्य कारण हो सकते हैं।"
भारत और इंग्लैंड के बीच चार मैचों की सीरीज में काफी कुछ दांव पर लगा है। इन दोनों टीमों के पास विश्व टेस्ट चैंपियनिशप का फाइनल के लिए क्वालीफाई करने का मौका है। भारत को इसके लिए जहां एक जीत और एक ड्रॉ की जरूरत है, वहीं इंग्लैंड को दोनों मैच जीतने होंगे। स्टोक्स ने कहा कि किसी को भी इस बारे में थोड़ा भी पता नहीं है कि मोटेरा की पिच का व्यवहार कैसा होगा।

उन्होंने कहा, "आम तौर पर विश्व भर में गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले मैचों में बीच में ऐसा दौर आता है, जबकि दूधिया रोशनी में गेंद से मदद मिलती है और तब तेज गेंदबाजों की भूमिका अहम होती है। हमारे लिए यह बेहद महत्वपूर्ण समय होगा। यह नया मैदान है और काफी अच्छा दिख रहा है, लेकिन कोई नहीं जानता कि इसकी पिच कैसा व्यवहार करेगी। हमारे पास अच्छा स्पिन विभाग है, लेकिन उम्मीद है कि परिस्थितियां ऐसी होंगी कि तेज गेंदबाजों से उन्हें मदद मिलेगी।"


Tags:    

Similar News

-->