Ind vs WI: कोलकाता में होगा पहला टी20 मैच

विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। टीम इंडिया के सीमित ओवरों के नए कप्तान रोहित शर्मा 'बिग हिटर' तो हैं ही, अब 'क्लीन स्वीपर' भी बनते जा रहे हैं।

Update: 2022-02-15 14:46 GMT

विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। टीम इंडिया के सीमित ओवरों के नए कप्तान रोहित शर्मा 'बिग हिटर' तो हैं ही, अब 'क्लीन स्वीपर' भी बनते जा रहे हैं। रोहित ने पूर्णकालिक कप्तान बनने के बाद पहले न्यूजीलैंड का टी-20 सीरीज में 3-0 से सूपड़ा साफ किया, फिर वेस्ट इंडीज को वनडे सीरीज में 3-0 से धोया और अब अपने लकी ग्राउंड ईडन गार्डेंस स्टेडियम में बुधवार से शुरू होने जा रही तीन टी-20 मैचों की सीरीज में बतौर कप्तान क्लीन स्वीप की हैट्रिक लगाने के इरादे से उतरेंगे। शर्माजी अगर ऐसा करने में कामयाब होते हैं तो कप्तान के रूप में उनके नाम एक बड़ा रिकार्ड दर्ज हो जाएगा।

दूसरी तरफ कैरेबियाई टीम भी वनडे सीरीज में मिली करारी हार का गम भुलाकर जोरदार वापसी करने को तैयार है। यह वही ग्राउंड है, जहां विंडीज टीम ने हैरतअंगेज प्रदर्शन कर 2016 का टी-20 विश्वकप जीता था। टी-20 क्रिकेट कैरेबियाई खिलाड़ियों का सबसे पसंदीदा फारमेट है और विंडीज टीम टी-20 विशेषज्ञों से भरी हुई है इसलिए क्रिकेट के सबसे छोटे फारमेट में उसे छोटा करके आंकना बेमानी होगी। यह भी याद रखना होगा कि मेहमान टीम इंग्लैंड जैसी मजबूत टी-20 टीम को सीरीज हराकर भारत आई है इसलिए एशियाई क्रिकेट के मक्का में तीन शाम भारत-वेस्टइंडीज के बीच जबर्दस्त जंग की उम्मीद की जा रही है।
आंकड़ों पर गौर करें तो दोनों टीमों के बीच अब तक 17 टी-20 मैच हुए हैं, जिनमें से 10 में भारत व 6 में वेस्टइंडीज की जीत हुई है। एक मैच बेनतीजा रहा है। ईडन में भारत ने अबतक पांच टी-20 मैच खेले हैं, जिनमें से तीन जीते व एक हारा है। एक मैच रद कर दिया गया था।
रोहित का सलामी जोड़ीदार कौन : विकल्प नहीं होना समस्या है, लेकिन ज्यादा विकल्प मौजूद होना उससे भी बड़ी समस्या है। टी-20 सीरीज में कप्तान रोहित शर्मा का सलामी जोड़ीदार कौन होगा, यह मानों लाख टके का सवाल बन गया है। वनडे सीरीज के तीन मैचों में क्रमश: ईशान किशन, रिषभ पंत और शिखर धवन ने रोहित के साथ पारी शुरू की थी। धवन टी-20 टीम का हिस्सा नहीं हैं। नियमित सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल चोटिल होकर सीरीज से बाहर हो चुके हैं। मौजूदा टीम में कई नियमित सलामी बल्लेबाज होने के कारण पंत के साथ टीम प्रबंधन शायद ही फिर से प्रयोग करना चाहेगा, ऐसे में पहले तीन नाम ईशान किशन, वेंकटेश अय्यर और रितुराज गायकवाड़ हैं।
विराट पर होगी सबकी नजर : इस सीरीज में विराट कोहली पर निश्चित रूप से सबकी नजर होगी। विराट की पिछली वनडे सीरीज बेहद खराब रही थी। शतक तो दूर की बात, वे अर्धशतक तक नहीं लगा पाए थे। कप्तानी जाने के बाद विशुद्ध बल्लेबाज के तौर पर उनपर अच्छा प्रदर्शन करने का भारी मनोवैज्ञानिक दबाव भी होगा।
मध्यक्रम में सूर्यकुमार व श्रेयस मजबूत कड़ी : मध्यक्रम में सूर्यकुमार यादव व श्रेयस अय्यर मजबूत कड़ी हैं इसलिए रोहित इन दोनों को ही अंतिम एकादश में शामिल करना चाहेंगे। सूर्यकुमार ने वनडे सीरीज में कुल 104 बनाए थे जबकि श्रेयस ने तीसरे व आखिरी वनडे में 80 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी। उनके बाद पंत भी हैं। निचले क्रम में शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर और हर्षल पटेल जैसे हरफनमौला विकल्प हैं, जो गेंदबाजी के साथ-साथ आखिरी ओवरों में बल्ला भांजने में माहिर हैं।
गेंदबाजी के भी ढेरों विकल्प : भारत के पास गेंदबाजी के भी ढेरों विकल्प हैं। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार टी-20 से वापसी कर रहे हैं। उनका साथ देने के लिए मुहम्मद सिराज, आवेश खान, शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर और हर्षल पटेल जैसे तेज गेंदबाज हैं। स्पिन डिपार्टमेंट की कमान वनडे सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करने वाले युजवेंद्रा चहल को सौंपी जा सकती है। टीम प्रबंधन इस सीरीज में राजस्थान के लेग स्पिनर रवि बिश्नोई को भी मौका देना
टी-20 विशेषज्ञों से भरी है विंडीज टीम : दूसरी तरफ कैरेबियाई टीम टी-20 विशेषज्ञों से भरी हुई है। कप्तान किरोन पोलार्ड अपने बूते बल्लेबाजी और गेंदबाजी से मैच का रूख बदलने का माद्दा रखते हैं। जेसन होल्डर भी अच्छे फार्म में हैं। रोवमैन पावेल ने इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में 53 गेंदों में 107 रनों की जबर्दस्त पारी खेली थी। ओडियन स्मिथ और अकील हुसैन जैसे आलराउंडर 'डार्क हार्स' साबित हो सकते हैं।


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