बैंगलोर अगर 155 से ज्यादा रन या 100 से ज्यादा गेंदों में मैच जीतने में कामयाब
आईपीएल 2021 के लीग राउंड के आखिरी मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का सामना दिल्ली कैपिटल्स से होगा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आईपीएल 2021 के लीग राउंड के आखिरी मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का सामना दिल्ली कैपिटल्स से होगा। इस मुकाबले में टॉप दो स्थान को लेकर जंग होगी। दिल्ली पहले ही शीर्ष पर अपना कब्जा जमा चुका है। ऐसे में जंग दूसरे और तीसरे स्थान के लिए है।
फिलहाल चेन्नई सुपर किंग्स 14 मैचों में से नौ जीतकर 18 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर है। उसका नेट रन रेट +0.455 है। वहीं, बैंगलोर 13 मैचों में आठ जीत और 16 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। उसका नेट रन रेट -0.159 है।
बैंगलोर के पास असंभव सा कार्य
बैंगलोर को दूसरे स्थान पर पहुंचने के लिए एक असंभव सा कार्य करना होगा। आरसीबी के कप्तान कोहली अगर पहले बल्लेबाजी करते हैं, तो उनकी टीम को दिल्ली को 155 से ज्यादा रन से हराना होगा। अगर कोहली की टीम बाद में बल्लेबाजी करती है तो उन्हें 100 से ज्यादा गेंद रहते जीत दर्ज करनी होगी।
क्यों टॉप-2 में जगह बनाना जरूरी?
ऐसा होने पर ही बैंगलोर टीम दूसरे स्थान पर जगह बना पाएगी। दरअसल पहले या दूसरे स्थान पर खत्म करने से टीम के पास डायरेक्ट फाइनल में क्वालिफाई करने का मौका होता है। शीर्ष की दो टीमें क्वालिफायर-1 खेलती हैं। इसमें से जीतने वाली टीम सीधे फाइनल में पहुंचती है।
वहीं, तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीम एलिमिनेटर खेलती है। एलिमिनेटर में सिर्फ एक ही मौका होता है। हारने वाली टीम आईपीएल से बाहर हो जाती है। इसके बाद एलिमिनेटर जीतने वाली टीम क्वालिफायर-2 में क्वालिफायर-1 में हारने वाली टीम से भिड़ती है। इसमें से जो जीतता है वह क्वालिफायर-1 जीतकर डायरेक्ट फाइनल में पहुंचने वाली टीम से खिताबी मुकाबले में सामना करता है।
बैंगलोर अगर 155 से ज्यादा रन या 100 से ज्यादा गेंदों में मैच जीतने में कामयाब होती है, तो क्वालिफायर-1 में उसका सामना दिल्ली से ही होगा। अगर टीम ऐसा करने में कामयाब नहीं होती है या हारती है तो क्वालिफायर-1 में चेन्नई और दिल्ली की टीम भिड़ेगी। वहीं, एलिमिनेटर में बैंगलोर का मुकाबला चौथे स्थान पर रहने वाली टीम से होगा।