संधू का क्रिकेट के मैदान से लेकर सिंगिंग के मंच तक का सफर कैसा रहा, जानिए इसके बारे में....
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलना हर किसी खिलाड़ी का सपना होता है, लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी होते हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलना हर किसी खिलाड़ी का सपना होता है, लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी होते हैं जिनके सपने सच होने से पहले ही टूट जाते हैं. लेकिन इंसान को कभी हार नहीं माननी चाहिए. भारत में एक कहावत काफी मशहूर है कि मन के हारे हार और मन के जीते जीत. जी हां ये बात बिल्कुल शत प्रतिशत सच है.
हम आपको इस लेख में एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसने अपने करियर की शुरुआत बतौर क्रिकेटर शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा और मनोज तिवारी के साथ की. जी हम बात कर रहे है पंजाबी सिंगर हार्डी संधू (Hardy Sandhu) की. टीम इंडिया के सितारे शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा कहां से कहां पहुंच गए, लेकिन हार्डी संधू का एक इंजरी की वजह से क्रिकेट का करियर खत्म हो गया.
मगर इस खिलाड़ी ने हार नहीं मानी और सिंगिंग की दुनिया में अपना सिक्का जमाया. चलिए जानते हैं संधू का क्रिकेट के मैदान से लेकर सिंगिंग के मंच तक का सफर कैसा रहा, जिसके बारे में बहुत से कम ही लोग जानते हैं…
सिंगर बनने से पहले Hardy Sandhu क्रिकेटर थे
पंजाबी सिंगर हार्डी संधू (Hardy Sandhu) अपने 'Naah' सॉन्ग के जरिए करोड़ों के दिल में छाप छोड़ चुके हैं. 'ओ कुड़ी मैंनु कैंदी' को अपनी आवाज देने वाले हार्डी ने बहुत कम समय में सिंगिंग की दुनिया में अपनी पैठ जमा ली है. आज संधू का नाम मशहूर सिंगरों की लिस्ट में शुमार होता है. क्या आप जानते हैं? हार्डी सिंगर बनने से पहले बेहतरीन क्रिकेटर थे. जी हां हार्डी संधू क्रिकेट मैदान पर भी हाथ आजमा चुके हैं.
हार्डी संधू के फैन को ये बात जानकर हैरानी हो सकती है, कि साल 2005 में अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की. वो दाएं हाथ के बल्लेबाज और फास्ट-मीडियम गेंदबाज थे. संधू भारतीय अंडर-19 और अंडर-17 क्रिकेट टीमों के लिए खेल चुके हैं. उन्होंने पंजाब के लिए 3 रणजी मैच खेले हैं. जिसमें 12 विकेट अपने नाम किए हैं. इस दौरान टीम इंडिया के धुंरधर बल्लेबाज शिखर धवन और हार्डी संधू के रूम मेट हुआ करते थे. इसके अलवा वो पुजारा और ईशांत शर्मा के साथ भी क्रिकेट खेल चुके हैं. इस बात का खुलासा उन्होंने अपने दिए एक इंटरव्यू में किया था.
इस वजह से सिंगिग की दुनिया में रखा कदम
सिंगर हार्डी संधू (Hardy Sandhu) क्रिटर बनना चाहते थे. लेकिन साल 2006 में खेल के मैदान पर मिली चोट ने उनके सपने को चकनाचूर कर दिया. उस दौरान संधू के कोहनी में चोट लग गई थी. जिसके चलते उन्हें गेंदबाजी करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. हार्डी संधू ने मैदान पर वापसी के लिए काफी प्रयास किए. लेकिन वो उसमें सफल नहीं हो सके और संधू का 20 साल की उम्र में ही क्रिकेट करियर खत्म हो गया. जिसके बाद उन्होंने सिंगिंग की दुनिया में कदम रखा.
पंजाबी गायक और अभिनेता हार्डी संधू आज एक बड़े पंजाबी सिंगर बन चुके हैं और उन्होंने काफी सुपरहिट गाने दिये हैं. वहीं साल 2012 में उनका पहला गाना 'तेक्यूला शॉट' आया. उसके बाद कुड़ी तू पटाखा, जोकर जैसे तमाम गाने आये. जिन्हें लोगो ने काफी पंसद किया.
इसके बाद हार्डी संधू ने साल 2021 में फिल्मी दुनिया में हाथ आजमाया. उन्होंने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव पर बनी फिल्म 83 में डेब्यू किया. उन्होंने इस फिल्म में किक्रेटर मदन लाल की भूमिका निभाई. इस फिल्म को भी फैंस का भरपूर प्यार मिला और बॉक्स ऑफिस की उम्मीदों पर यह फिल्म खरी उतरी.