Rohit Sharma कैसे इंग्लैंड दौरे को बना सकते हैं यादगार, बचपन के कोच ने बताई ये बात

रोहित शर्मा ने क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में पिछले दो सालों में अच्छा प्रदर्शन किया है

Update: 2021-05-24 08:30 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| रोहित शर्मा ने क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में पिछले दो सालों में अच्छा प्रदर्शन किया है और हर किसी को दिखाया है कि वह सफेद जर्सी में भी उतने ही कारगर बल्लेबाज हैं जितने वह लिमिटेड ओवर की क्रिकेट में हैं। टेस्ट क्रिकेट में साउथ अफ्रीका के खिलाफ सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतरने के बाद हिटमैन के बल्ले से लगातार रन निकले हैं। इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई घरेलू टेस्ट सीरीज में भी रोहित ने कुछ दमदार पारियां खेली थीं। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल और इंग्लैंड दौरे पर भी भारतीय टीम उनसे बढ़िया प्रदर्शन की उम्मीद जरूर करेगी। हालांकि हिटमैन स्विंग गेंदबाजी के सामने इतने सहज नजर नहीं आते हैं ऐसे में इंग्लैंड में स्विंग लेती गेंदें रोहित की अग्निपरीक्षा ले सकती हैं। इस बीच, रोहित के बचपन के कोच ने बताया है कि कैसे वह इस इंग्लैंड दौरे को यादगार बना सकते हैं।

स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ बातचीत करते हुए रोहित के दिनेश लाड कोच ने कहा, 'हां, रोहित को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि बाकी देशों के मुकाबले में इंग्लैंड में गेंद ज्यादा स्विंग करती है और उस मोवमेंट को संभालने के लिए आपको अधिक फोकस रहना पड़ेगा। लेकिन, अगर वह भारत के बढ़िया गेंदबाजों को नेट्स सेशन या प्रैक्टिस मैचों में फेस करेंगे तो इससे उनको परिस्थितियों से तालमेल बिठाने में काफी मदद मिलेगी। यहां तक इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने जैसे बैटिंग की उससे सभी का ध्यान रोहित के ऊपर गया और उन्होंने तेज गेंदबाजों को खेलते हुए शॉट मेकिंग को काफी आसान बना दिया। उनको देखकर कभी नहीं लगा कि वह आउट होने वाले हैं, लेकिन दोबारा से कुछ पारियां रहीं जहां उन्होंने अपने विकेट को फेंक दिया। उनको इस दफा ऐसा करने से बचना होगा।'
रोहित शर्मा का रिकॉर्ड इंग्लैंड में कुछ खास नहीं रहा है और साल 2014 में खेले एक टेस्ट मैच में वह महज 28 और 6 रन ही बना सके थे। हालांकि, पिछले कुछ समय की फॉर्म को देखते हुए हर किसी की निगाहें हिटमैन पर रहने वाली हैं। 2019 विश्व कप के बाद से रोहित टेस्ट क्रिकेट में 4 शतक, एक दोहरा शतक और 4 फिफ्टी जड़ चुके हैं। खास बात यह है कि रोहित को ओपनर का स्लॉट वनडे की तरह टेस्ट क्रिकेट में भी काफी रास आ रहा है। दाएं हाथ के बल्लेबाज की सबसे बड़ी कमजोरी रही है कि वह अपनी अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके हैं, जो इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई घरेलू टेस्ट सीरीज में भी देखने को मिला था।


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