आर्चरी छोड़ शूटिंग को बनाया Career और अब पैरालंपिक में जीते लगातार 2 Gold

Update: 2024-08-30 12:02 GMT
Spotrs.खेल: अवनी लेखरा ने पेरिस पैरालंपिक गेम्स 2024 में कमाल कर दिया और 10 मीटर एयर राइफल एसएच 1 इवेंट में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता। अवनी का शानदार प्रदर्शन पैरालंपिक में लगातार जारी रहा और उन्होंने देश को और गौरवान्वित करने का काम किया। इस पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद अवनी भारत के पैरालंपिक इतिहास में तीन मेडल जीतने वाली पहली महिला शूटर बन गईं। इसके साथ ही उन्होंने दो पैरालंपिक सीजन में लगातार दो गोल्ड मेडल जीतने का भी कमाल करके दिखाया।
अवनी ने तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड
11 साल की उम्र में अवनी का हुआ था कार एक्सीडेंट
साल 2012 में अवनी लेखरा का कार एक्सीडेंट हुआ था और उस वक्त वो सिर्फ 11 साल की थीं। इस एक्सीडेंट की वजह से वो पूरी तरह से पैराप्लेजिया से पीड़ित हो गई थीं। इसके बाद उनके पिता ने उन्हें खेल में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया था। पहले उन्होंने आर्चरी की ट्रेनिंग की, लेकिन उन्हें लगा कि वो शूटिंग में ज्यादा बेहतर कर सकती हैं तो फिर उन्होंने इस खेल में आगे बढ़ने का फैसला किया। 22 साल की अवनी अभी राजस्थान विश्वविद्यालय से लॉ कर रही हैं। अवनी को साल 2021 में उनकी सफलता के लिए खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। अवनी लेखरा
जयपुर
, राजस्थान की हैं और उनका जन्म 8 नवंबर 2001 को हुआ था।
अवनी लेखरा ने 2020 टोक्यो पैरालंपिक में 249.6 प्लाइंट के साथ गोल्ड मेडल जीता था, लेकिन इस बार उन्होंने पेरिस में अपने पिछले रिकॉर्ड को ब्रेक कर दिया और 249.7 अंक हासिल करते हुए गोल्ड मेडल जीतने का कमाल कर दिया। टोक्यो पैरालंपिक में अवनी ने 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन एसएच 1 में ब्रांज मेडल जीता था जबकि उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल एसएच 1 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था। अब उन्होंने फिर से पेरिस में 10 मीटर एयर राइफल एसएच 1 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता और उनके नाम पर दो पैरालंपिक में 3 मेडल दर्ज हो गए।
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