Gukesh विश्व चैम्पियनशिप फाइनल में डिंग लिरेन के खिलाफ 80-20 से पसंदीदा- नाकामुरा
Mumbai मुंबई। शतरंज की बिसात पर डी गुकेश को एक कठिन प्रतिद्वंद्वी बताते हुए विश्व के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हिकारू नाकामुरा ने गुरुवार को कहा कि इस साल के अंत में सिंगापुर में होने वाले विश्व चैम्पियनशिप खिताबी मुकाबले में भारतीय किशोर चीन के डिंग लिरेन के खिलाफ स्पष्ट रूप से पसंदीदा होंगे।दुनिया के शीर्ष रैपिड और ब्लिट्ज खिलाड़ियों में से एक 36 वर्षीय नाकामुरा ने हालांकि कहा कि अगर चीनी खिलाड़ी खिताबी मुकाबले में कुछ शुरुआती गेम ड्रॉ करने में सफल हो जाते हैं तो लिरेन गुकेश के खिलाफ जीत सकते हैं।2016 शतरंज ओलंपियाड में अमेरिकी टीम को स्वर्ण पदक दिलाने वाले नाकामुरा ने इस साल कैंडिडेट्स में गुकेश के खिलाफ खेला था।
“हां, मेरा मतलब है, गुकेश स्पष्ट रूप से पसंदीदा हैं। मेरा अनुमान है कि 80-20 का अंतर है। अमेरिकी ग्रैंडमास्टर ने गुरुवार को ग्लोबल चेस लीग (जीसीएल) से इतर पीटीआई से कहा, "मैं डिंग को केवल तभी जीतते हुए देखता हूं, जब वह पहले 4-5 गेम ड्रा कर ले और फिर ऐसी स्थिति आ जाए कि एक गेम मैच को पूरी तरह से बदल दे या फिर वह (लिरेन) गेम जल्दी जीत जाए।" 18 वर्षीय गुकेश ने अप्रैल में टोरंटो में कैंडिडेट्स के छठे राउंड में नाकामुरा को ड्रॉ पर रोका था और आखिरकार 14वें और अंतिम राउंड में एक और गतिरोध के साथ अमेरिकी खिलाड़ी का विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया।
15 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर का खिताब जीतने वाले और लंबे समय तक रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज पर राज करने वाले चैंपियन खिलाड़ी अमेरिकी शतरंज की स्थिति से खुश नहीं हैं, उन्होंने कहा कि यही एक कारण था कि उन्होंने 2006 से 2018 तक सात संस्करणों का अभिन्न हिस्सा होने के बाद ओलंपियाड में भाग नहीं लेने का फैसला किया। अमेरिकी जीएम वेस्ली सो ने हाल ही में बुडापेस्ट में ओलंपियाड के दौरान कहा था कि अगर नाकामुरा ने खेलने का फैसला किया होता तो संयुक्त राज्य अमेरिका आसानी से स्वर्ण जीत लेता। भारत ने पुरुष और महिला दोनों श्रेणियों में अपना पहला स्वर्ण पदक जीतकर इस आयोजन में इतिहास रच दिया, जिससे दुनिया की नंबर 1 अमेरिकी पुरुष टीम को हार का सामना करना पड़ा।