Spotrs.खेल: कर्नाटक में घरेलू टी20 लीग महाराजा ट्रॉफी टी20 का खिताब रविवार (1 सितंबर) को मैसूर वॉरियर्स ने बेंगलुरु ब्लास्टर्स को हराकर अपने नाम किया। शिवमोग्गा लायंस की टीम ने अच्छा नहीं किया और वह अंक तालिका में 5वें नंबर पर रही, लेकिन उसके बल्लेबाज अभिनव मनोहर ने शानदार बल्लेबाजी की। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में गुजरात टाइटंस (GT) के हिस्सा दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने बल्ले से गदर काट दिया। वह करुण नायर के बाद दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। अभिनव मनोहर ने आईपीएल में 19 मैच की 15 पारी में 16.5 की औसत और 132.76 की स्ट्राइक रेट से 231 रन बनाए हैं। उन्होंने 21 चौके और 10 छक्के लगाए हैं। ये आंकड़े उनकी काबिलियत के हिसाब से नहीं हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि सितारों से भरे आईपीएल में उन्हें अवसर पर्याप्त नहीं मिलता। महाराजा ट्रॉफी टी20 में उन्होंने दिखाया कि वह कितने विस्फोटक बल्लेबाज हैं। मनोहर ने 10 पारियों में 196.51 की स्ट्राइक रेट और 84.50 की औसत से 507 रन बनाए।
छोटी उम्र से छक्के मारने की क्षमता
अभिनव मनोहर ने 507 में से 312 रन केवल छक्के से बनाए हैं। इसके अलावा उन्होंने 19 चौके भी लगाए हैं। बाउंड्री से उन्होंने 388 रन बनाए हैं। मनोहर अपनी पावर हिटिंग का राज बताते हुए कहते हैं कि वह भाग्यशाली हैं कि उनमें “बहुत छोटी उम्र से ही” छक्के मारने की क्षमता है। उन्होंने बताया कि बगैर जोर लगाए बाउंड्री पार करने के पीछे क्या कारण है।
हर सत्र में 300 गेंद का सामना और 150 छक्के ठोकना
अभिनव ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, ” मैं खूब प्रैक्टिस करता हूं। हर सत्र में 300 गेंद का सामना करता हूं और स्पिनर, तेज गेंदबाज, साइड आर्म और थ्रो डाउन पर 150 छक्के लगाता हूं। इसका अब फायदा मिल रहा है। जब छक्के मारने की बात आती है, तो मुझे लगता है कि मैं सिर्फ खुद पर भरोसा करता हूं क्योंकि मुझे पता है कि मैं कोई भी बाउंड्री पार कर सकता हूं। पिछले कुछ सालों में मैंने खुद पर उतना भरोसा नहीं किया जितना मैं चाहता था, लेकिन अब मुझे लगता है कि मैं खुद पर थोड़ा ज्यादा भरोसा कर रहा हूं।”