नई दिल्ली: क्रिकेट जगत से भारत के लिए अच्छी खबर आ रही है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने भारत के नितिन मेनन को आईसीसी एलीट पैनल में बरकरार रखा है. वह इस महीने के अंत में पहली बार श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले टेस्ट मैच में न्यूट्रल अंपायर के रूप में अपनी सेवाएं देंगे.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि आईसीसी ने मेनन का एलीट पैनल में कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ाया है. इंदौर के 38 साल के मेनन एलीट पैनल के 11 सदस्यों में अकेले भारतीय हैं.
अधिकारी ने कहा, 'आईसीसी ने हाल में मेनन का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया है. वह पिछले तीन-चार वर्षों में हमारे प्रमुख अंपायर रहे हैं. वह इस महीने के आखिर में न्यूट्रल अंपायर के रूप में पदार्पण करने जा रहे हैं.'
मेनन को 2020 में कोविड-19 महामारी की शुरुआत में एलीट पैनल में शामिल किया गया था. वह एस वेंकटराघवन और एस रवि के बाद एलीट पैनल में शामिल होने वाले तीसरे भारतीय बने थे. मेनन हालांकि भारत में ही अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग कर पाए थे क्योंकि आईसीसी ने स्थानीय अंपायरों को कोविड-19 के चलते यात्रा प्रतिबंधों के कारण घरेलू सीरीज के मैचों में अंपायरिंग की अनुमति दी थी.
नितिन मेनन ने टी20 विश्व कप के फाइनल मैच में बतौर अंपायर भाग लिया था. ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच हुए उस फाइनल मैच में साउथ अफ्रीका के मराइस इरास्मस और इंग्लैंड के रिचर्ड केटलबोरो ने मैदानी अंपायर की भूमिका निभाई थी. वहीं नितिन मेनन तीसरे एवं पूर्व श्रीलंकाई स्पिनर कुमार धर्मसेना फोर्थ अंपायर की भूमिका में थे.