पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना के पिता का निधन
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना (Suresh Raina) के पिता त्रिलोक चंद रैना का रविवार को निधन हो गया.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना (Suresh Raina) के पिता त्रिलोक चंद रैना का रविवार को निधन हो गया. वो लंबे वक्त से कैंसर से जूझ रहे थे. उन्होंने गाजियाबाद में अपने घर में अंतिम सांस ली. रैना के पिता ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में काम करते थे. सुरेश रैना ने 15 अगस्त 2020 को महेंद्र सिंह धोनी के साथ ही अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. दरअसल, धोनी ने 15 अगस्त को इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट कर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने की जानकारी दी थी. ठीक, इसी पोस्ट के बाद रैना ने भी इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था कि वो भी इस सफऱ में धोनी के साथ हैं. यानी उन्होंने भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को बाय-बाय कर दिया है.
रैना ने भारत के लिए 18 टेस्ट, 226 वनडे के अलावा कुल 78 टी-20 मैच खेले थे. रैना का पैतृक गांव जम्मू और कश्मीर के रैनावारी में है. हालांकि, 90 के दशक में उनके पिता त्रिलोकचंद परिवार सहित गाजियाबाद के मुरादनगर में बस गए थे. उनके पिता ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में काम करते थे. रैना के पुराने इंटरव्यू में उनके पिता को बम बनाने में महारत हासिल थी.
रैना के क्रिकेट ट्रेनिंग का खर्च उठाना होता था मुश्किल
रैना ने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया तो उनके पिता की तनख्वाह कम थी. ऐसे में पिता के लिए रैना के क्रिकेट ट्रेनिंग पर होने वाले खर्चे को पूरा करना मुश्किल हो जाता था. जल्द ही पिता की यह परेशानी भी दूर हो गई, जब 1998 में रैना को लखनऊ के गुरु गोबिंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में दाखिला मिल गया.
सुरेश रैना ने 'द स्लो इंटरव्यू' में अपने पिता के बारे में एक खास बात बताई थी. रैना ने कहा था कि उनके पिता उन सैनिकों के परिवारों की देखभाल करते थे, जिनका निधन हो गया था. वो इन परिवारों की आर्थिक रूप से मदद करते थे और इस बात का ध्यान रखते थे कि उन्हें वो तमाम सुविधाएं मिलें, जिसके वो हकदार हैं.