भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस दूसरे टेस्ट में इस खिलाड़ी को न देख हुए हैरान, कही ये बात
विरोट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में रविचंद्रन अश्विन को अंतिम-11 में जगह नहीं दी
विरोट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में रविचंद्रन अश्विन को अंतिम-11 में जगह नहीं दी. ये बात कई पूर्व खिलाड़ियों को पच नहीं रही है. कोहली ने अपनी टीम में एक बदलाव किया और चोटिल शार्दुल ठाकुर के स्थान पर इशांत शर्मा को टीम में लेकर आए. ठाकुर की चोट के बाद उनका बाहर जाना तय था और ऐसे में उम्मीद थी कि अश्विन को टीम में जगह मिलेगी क्योंकि वह बल्लेबाजी भी कर सकते हैं, लेकिन टीम इंडिया के मैनेजमेंट ने चार तेज गेंदबाजों के साथ जाने का फैसला किया था और इसलिए इशांत को टीम में चुना गया. अश्विन को हालांकि बाहर रखना कई लोगों की निगाहों में खटका है और इनमें भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस. लक्ष्मण भी शामिल हैं.
लक्ष्मण ने कहा है कि उनके लिए यह समझना मुश्किल है कि अश्विन को अंतिम-11 में जगह क्यों नहीं मिली. उन्होंने कहा कि अश्विन जून में हुए आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में टीम में थे तो फिर अब वह अंतिम-11 में जगह क्यों नहीं बना सकते.
अचानक क्यों हुआ बदलाव
लक्ष्मण ने वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो से बात करते हुए कहा, "इशांत 100 फीसदी फिट हैं तो टीम में आ सकते थे शायद मोहम्मद सिराज के स्थान पर. लेकिन मुझे ये बात समझ में नहीं आ रही कि डब्ल्यूटीसी फाइनल्स के बाद क्या बदला जब अश्विन आपके फर्स्ट च्वाइस स्पिनर थे और अचानक से एक महीने के भीतर वह अंतिम-11 में जगह नहीं बना पा रहे हैं."
बाकी के मैचों में नहीं खेलेंगे अश्विन !
भारत के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा है कि अगर भारतीय टीम यही संयोजन लेकर चलती है तो वह अश्विन को सीरीज के बाकी बचे मैचों में भी टीम में नहीं देख पाएंगे. उन्होंने कहा, "अश्विन आपके गेंदबाजी आक्रमण में विविधता लेकर आते हैं और उनके पास काफी सारा अनुभव है. मैं इस फैसले के पीछे का तर्क नहीं समझ पा रहा हूं, लेकिन मुझे लगता है कि कोहली को पूरी तरह से सुनने के बाद नॉटिंघम में संवाददाता सम्मेलन में और फिर यहां, ये पूरी तरह से साफ है कि वह इसी इसी संयोजन के साथ खेलना चाहते हैं. मुझे लगता है कि अश्विन को इंतजार करना होगा. यहां ओवरकास्ट है लेकिन ये अभी है हर दिन नहीं होगा. इसलिए अगर अश्विन इन परिस्थितियों में नहीं खेल पाते हैं तो मैं उन्हें फिर अंतिम-11 में नहीं देखता."