पूर्व कप्तान मिस्बाह ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को फिटनेस को लेकर फटकारा
पूर्व कप्तान और टीम के कोच रहे मिस्बाह उल हक ने पाकिस्तान के मौजूदा खिलाड़ियों के फिटनेस मानकों की आलोचना की और कहा कि उनके पेट दिखाई दे रहे हैं और इसके पीछे का कारण चयन के लिए टीम में फिटनेस टेस्ट नहीं होना है।
पूर्व कप्तान और टीम के कोच रहे मिस्बाह उल हक ने पाकिस्तान के मौजूदा खिलाड़ियों के फिटनेस मानकों की आलोचना की और कहा कि उनके पेट दिखाई दे रहे हैं और इसके पीछे का कारण चयन के लिए टीम में फिटनेस टेस्ट नहीं होना है। टी20 वर्ल्ड कप के अभ्यास मैच में इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान की बड़ी हार के बाद मिस्बाह ने खिलाड़ियों पर तंज कसा।
19-19 ओवर के मैच में पाकिस्तान की टीम 160 रन बना पाई और इंग्लैंड की टीम ने इस लक्ष्य को केवल 14.5 ओवर में हासिल कर लिया था। इस मैच में बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान नहीं खेले थे। हालांकि, गेंदबाजी यूनिट के सभी सदस्य शामिल थे। मिस्बाह खिलाड़ियों की बॉडी लैंग्वेज से प्रभावित नहीं थे और उन्होंने कहा कि टीम में कुछ ही लोग फिटनेस को गंभीरता से लेते हैं।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने सुझाव दिया कि कुछ पूर्व कोचिंग स्टाफ और उन्होंने खुद टीम छोड़ दी, क्योंकि उन्हें अच्छा ट्रेनर और कोच नहीं माना जाता था। क्रिकेट पाकिस्तान से बात करते हुए मिस्बाह ने कहा, "क्लियर कट, फिटनेस का इश्यू दिखाई दे रहा है, वकार ने चार बार (कोच के रूप में) छोड़ा, मैंने एक बार छोड़ा। मेरे जैसे खिलाड़ी, शोएब मलिक और यूनिस खान काफी फिटनेस में थे और हम खुद को आगे बढ़ाते थे।"
उन्होंने आगे कहा, "जो लोग दूसरों को अपनी सीमाओं से बाहर धकेलते हैं, उन्हें न तो अच्छा कोच माना जाता है और न ही अच्छे ट्रेनर। उनके पेट दिखाई दे रहे हैं; उनका निचला हिस्सा भारी है और वे हिल नहीं सकते। इसके पीछे की वजह एक भी फिटनेस टेस्ट नहीं होना है और टीम में फिटनेस के लिए कोई बेंचमार्क नहीं है।" मिस्बाह ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को लताड़ लगाते हुए कहा कि घरेलू क्रिकेट में फिटनेस टेस्ट मजाक बन गया है।