पहली हार को भुलाकर बांग्लादेश के खिलाफ जीत की राह पर लौटने उतरेगा इंग्लैंड
धर्मशाला। पहले मैच में न्यूजीलैंड से मिली नौ विकेट से हार के बाद गत चैम्पियन इंग्लैंड बांग्लादेश के खिलाफ मंगलवार को यहां होने वाले विश्व कप के मैच में मजबूती से वापसी करने की कोशिश करेगा। न्यूजीलैंड से मिली हार जोस बटलर की टीम के लिये खतरे की घंटी थी। इंग्लैंड के अधिकांश क्रिकेटर आईपीएल खेलते हैं लिहाजा उन्हें भारतीय पिचों और स्पिनरों से मिलने वाली चुनौती का अहसास था। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर 282 रन का स्कोर बनाकर जीतना मुश्किल था।
न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज डेवोन कोंवे और रचिन रविंद्र ने जिस तरह शतक जमाकर सिर्फ 37 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया , उसने टीम प्रबंधन के सामने कई परेशानियां खड़ी कर दी होंगी । न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ट्रेंट बोल्ट और मैट हेनरी ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने नहीं दिया जबकि क्रिस वोक्स, मार्क वुड और सैम कुरेन मिलकर कोंवे और रविंद्र को 272 रन की साझेदारी करने से नहीं रोक पाये। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट, सलामी बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो और कप्तान बटलर ने खुद उपयोगी पारियां खेली लेकिन कोई पारी का सूत्रधार नहीं बन सका। बांग्लादेश इंग्लैंड की कमजोरियों का पूरा फायदा उठाना चाहेगा।
एचपीसीए स्टेडियम की पिच की हालांकि अफगानिस्तान के कोच जोनाथन ट्रॉट ने आलोचना की है । बांग्लादेश ने यहां पहले मैच में उसे छह विकेट से हराया था । ट्रॉट ने कहा था कि उनके गेंदबाज खुशकिस्मत थे कि यहां गिरकर चोटिल नहीं हुए । बांग्लादेश की टीम जीत के साथ आगाज से आत्मविश्वास से लबरेज है । 36 वर्ष के हरफनमौला शाकिब अल हसन किसी भी टीम के लिये बड़ी चुनौती है । उनके अलावा बल्लेबाज लिटन दास, मेहदी हसन मिराज और नजमुल हसन शांतो ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है।