खेल: भारत की निगाहें एशियाई खेलों की शतरंज स्पर्धा में पदक जीतकर कुल संख्या में इजाफा करने पर लगी होगी और इसमें सभी का ध्यान हाल में विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करने वाले युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा के प्रदर्शन पर लगा होगा।
प्रज्ञानांनदा (18 वर्ष) टीम स्पर्धा (स्टैंडर्ड टाइम कंट्रोल के अंतर्गत खेली जाने वाली) के लिए मजबूत टीम का हिस्सा हैं जिसमें साथी जीएम डी गुकेश भी शामिल हैं जिनकी बदौलत भारत स्वर्ण पदक हासिल करने की कोशिश करेगा। इन दोनों की हाल की शानदार फॉर्म को देखते हुए भारत को पीले तमगे की उम्मीद है जिसमें अनुभवी पी हरिकृष्णा, विदित गुजराती और अर्जुन एरिगेसी मजबूत सहयोग मुहैया करायेंगे।
व्यक्तिगत स्पर्धा रैपिड प्रारूप में खेली जायेगी जो रविवार से शुरु होगी और इसके बाद टीम स्पर्धा आयोजित होगी। गुजराती और एरिगेसी पुरुष व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे जबकि महिला वर्ग में कोनेरू हम्पी और डी हरिका यह जिम्मेदारी उठायेगीं। देश की शीर्ष खिलाड़ी हम्पी (दो बार की एशियाड स्वर्ण पदक विजेता) आकर्षण का मुख्य केंद्र होंगी क्योंकि शतरंज 13 वर्षों बाद इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट में वापसी कर रहा है। वह एक और पदक हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध होंगी। बाकू में विश्व कप फाइनल में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन से हारने वाले प्रज्ञानांनदा चीन के इस शहर में अपना जादू दोहराकर भारत को स्वर्ण पदक जीतने में मदद करना चाहेंगे। वहीं इस समय शीर्ष रैंकिंग के भारतीय खिलाड़ी गुकेश एक और एशियाड पदक अपनी झोली में डालना चाहेंगे और टीम के लिए अहम खिलाड़ी होंगे। विदित गुजराती, एरिगेसी और हरिकृष्णा मजबूत पुरुष टीम के अन्य सदस्य हैं जिससे टीम स्वर्ण पदक की दावेदार है।
टीम के एक कोच एन श्रीनाथ ने कहा कि चीन और उज्बेकिस्तान से व्यक्तिगत और टीम स्पर्धाओं दोनों में कड़ी चुनौती मिलेगी। उन्होंने कहा ‘‘तैयारी अच्छी रही है। ’’ व्यक्तिगत और टीम स्पर्धाओं में नौ नौ दौर खेले जायेंगे। शतरंज स्पर्धा में चार स्वर्ण पदक - महिला और पुरुष टीम, व्यक्तिगत महिला और व्यक्तिगत पुरुष वर्ग - दांव पर होंगे।
भारतीय टीम : पुरुष : डी गुकेश, विदित गुजराती, अर्जुन एरिगेसी, पी हरिकृष्णा और आर प्रज्ञानानंदा।