इंग्लैंड ने ऑयन मोर्गन की कप्तानी में ही अपना पहला वनडे मैच में जीता विश्व कप

इंग्लैंड (England) को क्रिकेट का जन्मदाता कहा जाता है

Update: 2021-09-10 02:55 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क|  इंग्लैंड (England) को क्रिकेट का जन्मदाता कहा जाता है. लेकिन इस देश को पहला वनडे विश्व कप जीतने के लिए तकरीबन 44 साल लग गए. उसे ये अपना पहला वनडे विश्व कप खिताब मिला 2019 में. उसे विश्व कप विजेता बनाने में अहम रोल निभाया कप्तान ऑयन मॉर्गन (Eoin Morgan)ने. इन्हीं मॉर्गन का आज जन्म दिन है. 10 सितंबर 1986 को डबलिन में जन्में मॉर्गन उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जो दो देशों के लिए खेले हैं. वह इंग्लैंड से पहले आयरलैंड के लिए खेलते थे. मॉर्गन ने अपना वनडे डेब्यू आयरलैंड से ही खेलते हुए स्कॉटलैंड के खिलाफ किया था. ये डेब्यू उन्होंने 2006 में किया था. 2008 में मिडिलसेक्स के लिए खेलते हुए उन्होंने जिस तरह का प्रदर्शन किया था उसने इंग्लैंड टीम के दरवाजे उनके लिए खोल दिए थे. बाद में जाकर मॉर्गन ने इंग्लैंड की कप्तानी की और रिकॉर्ड भी बनाया.

मॉर्गन ऐसे दूसरे खिलाड़ी हैं जिसने जिस टीम के साथ डेब्यू किया बाद में उसी टीम के खिलाफ दूसरी टीम के लिए खेलते हुए कप्तानी की. मॉर्गन ने डबलिन में आयरलैंड के खिलाफ 2011 में इंग्लैंड की कप्तानी की थी. उनसे पहले ये काम केपलर वेस्सेल्स ने किया था.

ऐसे बनाया इंग्लैंड को विश्व विजेता

ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में 2015 में खेले गए विश्व कप में मॉर्गन इंग्लैंड के कप्तान थे लेकिन इस विश्व कप में टीम का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था. उन्होंने विश्व कप से पहले एलेस्टर कुक से कप्तानी ली थी और टीम को वो मुकाम तक नहीं ले जा पाए थे जिसकी उम्मीद थी, लेकिन इसके बाद मॉर्गन ने इंग्लैंड की टीम को बनाना शुरू किया. उन्होंने ऐसे खिलाड़ी चुने जो तेजी से रन बना सकें. मॉर्गन खुद ऐसे बल्लेबाज हैं जो अपनी तूफानी बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं. अगले चार साल में मॉर्गन ने टीम पर बेहद मेहनत की और विश्व कप का लक्ष्य रखते हुए आगे बढ़ते रहे. नतीजा यह रहा कि 2019 में घर में खेले गए विश्व कप में इंग्लैंड पहली बार विश्व विजेता बनी.

टेस्ट में नहीं चला सिक्का

मॉर्गन सीमित ओवरों में इंग्लैंड की बल्लेबाजी की जान हैं लेकिन टेस्ट में वो टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके. उन्होंने लॉर्ड्स मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया. अपने तीसरे ही टेस्ट में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला शतक जमाया. इंग्लैंड के लिए उन्होंने कुल 16 टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें 30.43 की औसत से 700 रन बनाए. उनके नाम टेस्ट में दो शतक और तीन अर्धशतक हैं. मॉर्गन ने अपना आखिरी टेस्ट फरवरी 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था. टेस्ट में मॉर्गन को वो प्रदर्शन नहीं कर पाए जो वनडे और टी20 में किया. वनडे में उन्होंने अभी तक 246 मैच खेले हैं और 39.69 की औसत से 7701 रन बनाए. इस प्रारूप में उन्होंने 14 शतक और 47 अर्धशतक जमाए. टी20 में भी उनका जलवा देखने लायक है. खेल के सबसे छोटे प्रारूप में उन्होंने 107 मैच खेले हैं और 2360 रन बनाए. टी20 में उनके नाम शतक तो नहीं है लेकिन 14 अर्धशतक हैं. उनकी ही कप्तानी में इंग्लैंड ने भारत में खेले गए पिछले टी20 विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन वेस्टइंडीज से हार गई थी.


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