लगातार 5 मैचों में मात के 18 साल बाद इंग्लैंड को मिली सबसे बड़ी खुशी जानें कैसे
भारत और इंग्लैंड की टीमों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज जारी है.
भारत और इंग्लैंड (India vs England) की टीमों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज जारी है. पहला मुकाबला नॉटिंघम में था जो ड्रॉ पर खत्म हुआ. बारिश के चलते ये मैच नतीजे तक नहीं पहुंच सका था. इसके बाद लॉडर्स में दोनों टीमों के बीच सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला गया. इस मैच में भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) ने जीत दर्ज कर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. इंग्लैंड के लिए ये पल निराशाजनक रहे. लेकिन हम आपको इंग्लैंड के उस खुशनुमा पल के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इस टीम के इतिहास में 18 साल के लंबे इंतजार के बाद आया. वो भी तब जबकि पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पांचों मुकाबलों में इंग्लैंड की टीम को टॉस गंवाना पड़ा.
दरअसल, ये टेस्ट सीरीज एशेज (Ashes Series) की थी जिसमें साल 1953 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया (England vs Australia) की टीमें आमने-सामने थीं. सीरीज का आखिरी और पांचवां मुकाबला 15 से 19 अगस्त तक ओवल में खेला गया. ये मैच इंग्लैंड ने 8 विकेट से अपने नाम किया और इसी के साथ एशेज सीरीज पर अपना कब्जा किया. दिलचस्प बात ये है कि इंग्लैंड की ये एशेज सीरीज जीत 18 साल और 362 दिनों के बाद आई थी. वो भी तब जब सीरीज के पांचों मुकाबलों में टॉस की बाजी इंग्लैंड टीम को हारनी पड़ी. मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 275 रन बनाए. टीम के लिए रे लिंडवाल ने 62 और कप्तान लिंडसे हैसेट ने 53 रनों की पारी खेली. ग्रेम होल ने 37 और नील हार्वे ने 36 रन बनाए. इंग्लैंड के लिए फ्रेड ट्रूमैन ने चार और एलेक बेडसर ने तीन विकेट लिए. जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी 306 रनों पर खत्म हुई. मेजबान टीम की ओर से कप्तान लियोनार्ड हटन ने 82 रन बनाए जबकि 64 रन ट्रेवर बैली के बल्ले से निकले. ऑस्ट्रेलियाई टीम को रे लिंडवाल ने चार और बिल जांस्टन ने तीन सफलताएं दिलाईं.
ऐसे जीता इंग्लैंड ऐतिहासिक एशेज सीरीज
इस ऐतिहासिक मैच में ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 162 रन बनाए. रोन आर्चर ने सबसे ज्यादा 49 रन बनाए जबकि ऑर्थर मौरिस ने 26 रनों की पारी खेली. इंग्लैंड के लिए दो गेंदबाज जमकर कहर बरपाते नजर आए. स्पिनर टोनी लॉक ने पांच विकेट लिए जबकि जिम लेकर ने चार बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई. इस तरह इंग्लैंड को जीत के लिए 132 रन का लक्ष्य मिला. इसे हासिल करने में टीम को ज्यादा मुश्किल पेश नहीं आई और दो विकेट खोकर मेजबान टीम ने जीत हासिल कर ली. बिल एड्रिच ने नाबाद 55 रनों की पारी खेली. वहीं पीटर मे ने 37 रन बनाए.