2 जून को न्यूजीलैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में टेस्ट डेब्यू करने वाले रॉबिनसन को उसी दिन भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था. एक तरफ मैदान में वह डेब्यू कर रहे थे, तो उसी वक्त ट्विटर पर उनके करीब 8-9 साल पुराने ट्वीट सामने आ गए, जिसमें उन्होंने लिंगभेदी, रंगभेदी और समलैंगिकता विरोधी बातें लिखी थीं. इसके तुरंत बाद रॉबिनसन ने माफी मांगी थी. टेस्ट पूरा होने के बाद ईसीबी ने उन्हें दूसरे टेस्ट से निलंबित कर जांच शुरू कर दी थी. वहीं खुद रॉबिनसन ने इसके कुछ वक्त के लिए क्रिकेट से दूरी बना ली थी.
8 मैच का प्रतिबंध, लेकिन निलंबन पूरा
शनिवार को आए फैसले के बाद अब रॉबिनसन काउंटी क्रिकेट के साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी वापसी कर सकेंगे. एक स्वतंत्र पैनल क्रिकेट अनुशासन आयोग ने 30 जून को मामले की सुनवाई की थी. इस बारे में ईसीबी ने एक बयान में कहा, "रॉबिनसन ने 2012 से 2014 के बीच किये गए कई अपमानजनक ट्वीट को लेकर ईसीबी के दिशा-निर्देश 3.3 और 3.4 के उल्लंघन की बात स्वीकार की थी. उस समय वह 18 और 20 वर्ष के थे."
पैनल की ओर से रॉबिनन को दी गई सजा के बारे में बताते हुए ईसीबी ने कहा, "30 जून को सुनवाई के बाद पैनल ने तय किया कि उन पर आठ मैचों का निलंबन लगाया जाये जिनमें से पांच मैच दो साल के लिये निलंबित होंगे. जहां तक तीन मैचों की बात है, तो पैनल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट से निलंबन और वाइटैलिटी ब्लास्ट टी20 टूर्नामेंट के दो मैचों के लिए ससेक्स की टीम से खुद को दूर रखने को भी गिना है. इस तरह रॉबिनसन खेलने के लिए आजाद हैं."
मार्क मिलिकेन स्मिथ की अध्यक्षता वाले इस पैनल में इंग्लैंड महिला टीम की पूर्व कप्तान क्लेयर टेलर और अनुराग सिंह इसके दो सदस्य थे. इस पैनल ने रॉबिनसन पर 3200 पाउंड यानी करीब 3 लाख 29 हजार रूपये का जुर्माना भी लगाया है.
ईसीबी की ओर से जारी बयान में रॉबिनसन ने कहा, "मैं उन ट्वीट को लेकर शर्मिंदा हूं और माफी मांग चुका हूं. मेरे पेशेवर करियर में मेरे और परिवार के लिये यह सबसे कठिन समय था. मैं इससे आगे बढ़ना चाहता हूं और अपने अनुभव से दूसरों की मदद करना चाहता हूं."
भारत के खिलाफ सीरीज के लिए उपलब्ध
इस फैसले के बाद रॉबिनसन भारत के खिलाफ 4 अगस्त से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लिश टीम में जगह बनाने के लिए भी उपलब्ध रहेंगे. न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू मैच में ही उन्होंने काफी प्रभावित किया था. उन्होंने इस टेस्ट में 7 विकेट झटके थे, जबकि पहली पारी में 42 रनों का अहम योगदान भी दिया था. जोफ्रा आर्चर की गैर हाजिरी में रॉबिनसन इंग्लिश टीम के लिए अहम साबित हो सकते हैं.