मुंबई में घर बनवा रहे धोनी, खूबसूरत बंगले से दिखता है अरब सागर का अद्भुत नजारा
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी सफलता और लोकप्रियता दोनों के ही शिखर पर हैं
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) सफलता और लोकप्रियता दोनों के ही शिखर पर हैं. धोनी ने मुंबई में एक घर खरीदा था, जिसकी तस्वीर उनकी पत्नी साक्षी सिंह धोनी ने शेयर की थी. हाल ही में धोनी ने पुणे के पिंपरी चिंचवड में भी नया घर खरीदा है. धोनी का नया घर रावेत के एस्टाडो प्रेसिडेंशियल सोसाइटी में है.
मुंबई में घर बनवा रहे धोनी
धोनी मुंबई में भी घर बनवा रहे हैं. बता दें कि भारत को दो-दो वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का रांची में एक बेहतरीन फार्म हाउस है, धोनी अपने परिवार के साथ इन दिनों इसी फार्म हाउस में रह रहे हैं. धोनी के इस फार्म हाउस का नाम 'कैलाशपति' है. धोनी का रांची वाला फार्म हाउस सात एकड़ में फैला है.
रांची में आलीशान फार्म हाउस
एमएस धोनी के इस फार्म हाउस में स्वीमिंग पूल से लेकर इंडोर स्टेडियम और जिम जैसी सुविधाएं मौजूद हैं. बता दें कि आईपीएल 2021 स्थगित होने के बाद धोनी इन दिनों परिवार के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिता रहे हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण आईपीएल 2021 को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. टूर्नामेंट के बचे हुए 31 मैच सितंबर-अक्टूबर में UAE में खेले जाएंगे.
धोनी ने भारतीय टीम को कई ऐतिहासिक पल दिए
महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय टीम की कप्तानी साल 2008 में संभाली थी. जब धोनी ने टीम की कप्तानी संभाली तो उनके पास कई चुनौतियां थी. जैसे की युवाओं को मौका देना और भविष्य के लिए टीम का निर्माण करना. धोनी ने उन सभी चुनौतियों का सामना करते हुए भारतीय टीम को कई ऐतिहासिक पल दिए. भारत ने धोनी की कप्तानी में पहली बार टेस्ट में नंबर एक बनने का स्वाद चखा.
आईसीसी के सभी तीनों खिताब पर कब्जा
धोनी की कप्तानी में भारत आईसीसी वर्ल्ड टी-20 (2007), क्रिकेट वर्ल्ड कप (2011) और आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी (2013) का खिताब जीत चुका है. इसके अलावा भारत 2009 में पहली बार टेस्ट में नंबर एक बना था. दिसंबर 2014 में धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास की घोषणा कर दी थी. धोनी ने साल 2017 की शुरुआत में ही वनडे और टी20 कप्तानी को भी उसी अंदाज में अलविदा कहा, जिसके लिए वो जाने जाते हैं. महेंद्र सिंह धोनी ने पिछले साल 15 अगस्त को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था.