आज ही धोनी ने खेला था अपना आखिरी टेस्ट, दिखे थे सफेद जर्सी में, पढ़े पूरी बात

Update: 2021-12-30 07:46 GMT

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व महेंद्र सिंह धोनाी ने 2014 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में ही संन्यास का ऐलान कर दिया था. 4 मैचों की सीरीज में धोनी पहले टेस्ट में चोट की वजह से नहीं खेल पाए थे, उनकी जगह विराट कोहली ने टीम की कमान संभाली थी. दूसरे टेस्ट में धोनी ने मैदान पर वापसी की. इसके बाद मेलबर्न में खेले जाने वाले बॉक्सिंग डे और सीरीज के तीसरे टेस्ट से ठीक पहले महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर सबको चौंका दिया था. इस फैसले से टीम के सभी खिलाड़ी हैरान थे.

पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने भी हाल ही में इस बात को लेकर बयान दिया था कि धोनी के इस फैसले को लेकर टीम के सभी खिलाड़ी हैरान थे. 2005 में श्रीलंका के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने इस फॉर्मेट में काफी कीर्तिमान स्थापित किए हैं. धोनी की कप्तानी में पहली बार टीम इंडिया टेस्ट फॉर्मेट में लंबे समय के लिए नंबर 1 बनी थी. साथ ही धोनी की कप्तानी में पहली बार टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका में सीरीज भी ड्रॉ की.
कप्तानी के अलावा भी बौतर विकेटकीपर भारतीय टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में महेंद्र सिंह धोनी सबसे आगे है. धोनी ने अपने टेस्ट करियर में 90 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 144 पारियों में 4876 रन बनाए हैं. धोनी ने इसके अलावा भारतीय टीम के लिए बतौर विकेटकीपर सबसे ज्यादा शतक (6) और एक पारी में सर्वाधिक स्कोर का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है. इसके विकेट के पीछे शिकार के मामले में भी धोनी भारतीय विकेटकीपरों में नबंर 1 पर हैं. 294 शिकार के साथ विश्व क्रिकेट में बतौर विकेटकीपर पांचवां स्थान है.
2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में खेली गई 224 रनों की पारी धोनी की सबसे बेहतरीन टेस्ट पारियों में से एक है. श्रीलंका के खिलाफ 2005 में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले धोनी ने अपना पहला टेस्ट शतक 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद में बनाया था. इन पारियों के अलावा टेस्ट में धोनी की दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ साल 2010 में कोलकाता में खेली गई पारी को भी उनके फैंस खासा पसंद करते हैं.
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 60 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की कमान संभाली, जिसमें से 27 में जीत और 18 में हार का सामना करना पड़ा. बतौर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए टेस्ट फॉर्मेट कुछ अच्छी और कुछ बुरी यादें भी देकर गया है. धोनी की कप्तानी में ही टीम इंडिया को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में 0-4 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था. 2014 इंग्लैंड दौरे में भी टीम इंडिया 5 मैचों की सीरीज 1-3 से हारी थी. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज से पहले धोनी के बतौर कप्तान और बतौर टेस्ट खिलाड़ी प्रदर्शन को लेकर भी कई सवाल खड़े किए जा रहे थे.
अपनी अंतिम टेस्ट सीरीज में महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया को जीत तो नहीं दिला सके लेकिन अपने अंतिम टेस्ट में उन्हें हार का सामना नहीं करना पड़ा. धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 26 से 30 दिसंबर तक खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच से अपने टेस्ट करियर पर विराम लगाया. धोनी इस टेस्ट में पहली पारी में 11 रन बनाकर आउट हुए थे और दूसरी पारी में उन्होंने टेस्ट ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई. धोनी ने अपनी आखिरी टेस्ट पारी में नाबाद 24 रनों का योगदान दिया था.
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