कोहली की तरह धोनी नहीं लगाते खिलाड़ियो के खाने पर पाबंदी: ऋतुराज गायकवाड़

क्रिकेट के मैदान पर लंबे समय तक अपनी पहचान बनाए रखने के लिए खिलाड़ी आजकल अपने खेल के साथ-साथ अपनी फिटनेस पर भी ध्यान देते हैं

Update: 2021-06-04 09:30 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |   क्रिकेट के मैदान पर लंबे समय तक अपनी पहचान बनाए रखने के लिए खिलाड़ी आजकल अपने खेल के साथ-साथ अपनी फिटनेस पर भी ध्यान देते हैं। भारतीय टीम में फिटनेस की यह लहर कप्तान विराट कोहली लेकर आए। कोहली ने इसके बाद भारतीय टीम की तस्वीर ही बदल ही और आज हर टीम इंडिया का हर एक खिलाड़ी फिट नजर आता है। कोहली ने खिलाड़ियों के डाइट प्लान के साथ-साथ ड्रेसिंग रूम का खाना भी बदलवा दिया। देशी खाने से ज्यादा अब खिलाड़ी प्रोटिन से भरी चीजों पर ध्यान देते हैं।

वहीं टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज भी खिलाड़ियों के खाने पर पाबंदी नहीं लगाते हैं। इसका खुलासा चेन्नई सुपर किंग्स के सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ ने इंडिया टीवी से खास बातचीत में किया है। गायकवाड़ ने कहा कि धोनी सभी चीजें खिलाड़ियों पर छोड़ देते हैं, मैदान के बाहर खिलाड़ी क्या खा रहा है उन्हें उससे कुछ नहीं लेना-देना होता है, उन्हें बस मैदान के अंदर 100 प्रतिशत चाहिए होता है।
गायकवाड़ ने कहा "डाइट को लेकर माही भाई का कोई स्पैसिफिक कोई पैर्टन नहीं है। धोनी खिलाड़ियों पर छोड़ देते हैं कि आप मैदान के बाहर कुछ मरजी करो, लेकिन मैदान के अंदर उन्हें 100 प्रतिशत चाहिए होता है। मैदान के बाहर आप कुछ भी खाइए उससे उन्हें कुछ लेना देना नहीं होता। कई बार ऐसा भी हुआ है जब धोनी भाई ने मेरी प्लेट में काफी सारी मिठाई देखी है, तब वह मुझे बोलते हैं कि तेरा दिन है तू खा सकता है या फिर तेरा बॉडी टाइप वैसा है।"

आईपीएल 2021 से पहले धोनी का एक विज्ञापन आया था जिसमें वह करियर के दौरान अपनी खाने-पीने की पसंदीदा चीजें छोड़ने की बात कर रहे थे। इसी विज्ञापन से प्रेरित होकर गायकवाड़ ने भी अपनी कुछ पसंदीदा चीजें छोड़ दी थी। जब धोनी को यह बात पता चलती तो उन्होंने गायकवाड़ को समझाया कि तेरा बॉडी टाइप अलग है तो तू खा सकता है।
इस मजेदार किस्से के बारे में गायकवाड़ ने कहा "वो ऐड देखकर मुझे काफी अफसोस हुआ था कि धोनी जैसा बड़ा खिलाड़ी अपनी पसंदीदा चीज छोड़ सकता है। उसके बाद चार-पांच दिन मैंने भी अपनी पसंदीदा मिठाई छोड़ दी। धोनी तक जैसे ही ये बात पहुंची तो धोनी ने आकर समझाया कि उनका बॉडी टाइप अलग था, वह ज्यादा खाते हैं तो वह थोड़ा फूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि मेरा बॉडी टाइप अलग है तो मैं ये सब चीजें खा सकता हूं। धोनी खाने के पहले भी शौकीन थे और अभी भी उन्हें खाने का शौक है। वह मुझे अकसर कहते रहते हैं कि तू खाता रहा तू अभी युवा है।"
ऋतुराज गायकवाड़ ने इस दौरान धोनी के गुस्से पर बात करते हुए कहा कि उन्होंने कभी धोनी को गुस्सा होते हुए नहीं देखा। लेकिन कभी-कभी जल्दी आउट होने पर या फिर मैच हारने पर धोनी को गुस्सा आता है, लेकिन वह किसी को दिखाते नहीं है


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