ज्योति प्रकाश का निधन... जिसके बैट से खेलकर तेंदुलकर और धोनी ने कमाया था नाम
जिस स्पार्टन कंपनी के बैट से खेलकर सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धौनी ने नाम कमाया, उसके एमडी ज्योति प्रकाश का निधन हो गया।
जिस स्पार्टन कंपनी के बैट से खेलकर सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धौनी ने नाम कमाया, उसके एमडी ज्योति प्रकाश का निधन हो गया। भगवान शिव के भक्त व क्रिकेट से प्यार करने वाले 72 वर्षीय ज्योति प्रकाश को दिल का दौरा पड़ा था। वह रोजाना की तरह शुक्रवार को भी जेल रोड स्थित श्री महालक्ष्मी मंदिर में माथा टेकने गए तो तबीयत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
कारोबार को बुलंदियों तक ले जाने में ज्योति प्रकाश का अहम योगदान रहा है। उन्हें क्रिकेट से इतना प्यार था कि काम चाहे जितना भी हो, लेकिन वह कभी क्रिकेट खेलना नहीं भूलते थे। वह हाल ही में दुबई गए हुए थे, जहां कई क्रिकेटरों से मुलाकात की थी। उनके निधन से इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई। वर्ष 1958 में बस्ती दानिशमंदा में लगी थी स्पार्टन इंडस्ट्री पाकिस्तान को छोड़कर ज्योति प्रकाश के पिता वेद प्रकाश शर्मा विजय नगर में बस गए।
इसके बाद 1958 में बस्ती दानिशमंदा में स्पोर्ट्स इंडस्ट्री शुरू की। यहां सबसे पहले फुटबाल बनाना शुरू किया। कारोबार को आगे बढ़ाने में उनके बेटों ज्योति प्रकाश, यशपाल शर्मा व प्रेम सागर शर्मा ने योगदान दिया। तीनों बेटों ने फुटबाल के साथ-साथ अन्य खेल उत्पाद बनाने शुरू कर दिए। इंडस्ट्री में नई मशीनरी लगाने के बाद बैट बनाने का काम शुरू किया। स्पार्टन इंडस्ट्री से तैयार होने वाले बैट से खेलने वाले पहले खिलाड़ी आस्ट्रेलिया के माइकल क्लार्क थे।
उसके बाद कई खिलाड़ियों ने इस बैट से खेला। स्पार्टन के बैट की विश्व भर में धूम है। कारोबार को और आगे ले जाने की बीड़ा अब ज्योति प्रकाश के बेटे कुणाल शर्मा और यशपाल शर्मा के दो बेटे अमित शर्मा व चिराग शर्मा उठा रहे हैं। स्पार्टन के बल्ले से खेल चुके हैं कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ीस्पार्टन के बल्ले से मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, महेंद्र ¨सह धौनी, आस्ट्रेलिया के डेविड वार्नर, वेस्टइंडीज के खिलाड़ी क्रिस गेल व एंड्रयू रसेल और इंग्लैंड के मोर्गन व केविन पीटरसन खेल चुके हैं। ज्योति प्रकाश खिलाडि़यों को भेजने वाले बैट खुद कारीगरों से तैयार करवाते थे और जांच परखकर ही भेजते थे।